जिला प्रशासन को माढ़ोताल तालाब की भूमि पर पहले ही सडक़, नाली और अन्य अवैध निर्माण की सूचना मिली थी। पूरी जमीन की नापजोख कर गुरुवार को कार्रवाई की गई। अवैध निर्माण को नगर निगम की जेसीबी और अमले की सहायता से ध्वस्त किया गया। इस बीच कानून व्यवस्था बनाने के लिए भारी पुलिस बल भी मौजूद था।
सात करोड़ रुपए एकड़ जमीन
माढ़ोताल तालाब की जमीन बेशकीमती है। एसडीएम आधारताल नम: शिवाय अरजरिया ने बताया कि माढ़ोताल तालाब की इस भूमि में 10 एकड़ जबलपुर विकास प्राधिकरण के नाम दर्ज है। तालाब मद की शेष 30 एकड़ निजी भूमि पर भू-माफियाओं द्वारा अवैध कब्जा कर यहां प्लाङ्क्षटग की जा रही थी।
भूमि का बाजार मूल्य 7 करोड़ रुपये प्रति एकड़ है। इसे बेचकर माफिया गैर कानूनी तरीके से लाभ लेना चाहते थे। एसडीएम आधारताल ने बताया कि हाल ही में भू-माफियाओं द्वारा तालाब की इस भूमि की प्लाङ्क्षटग कर प्लाट बेचे जाने की शिकायतें भी प्राप्त हुई थीं। दो लोगों भूमाफिया मकसूद और राजेश तिवारी के विरुद्ध हाल ही में एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी। अरजरिया ने बताया कि कार्यवाही के दौरान तालाब की भूमि पर कब्जा कर बनाई गई बारातघर की करीब 50 फीट लंबी बाउंड्रीवाल को भी ध्वस्त कर दिया गया है। यह तालाब की जमीन पर था।
कब्जामुक्त जमीन पर मिलेंगे पट्टे
इधर नागपुर रोड स्थित ग्राम नारायणपुर में हब्बू खान ने कब्जा कर रखा था। उसने मुख्य सडक़ मार्ग से करीब 150 फीट अंदर की इस भूमि पर तार की फेंङ्क्षसग कर रखी थी। भूमि पर खेती भी की जा रही है। एसडीएम जबलपुर पीके सेनगुप्ता ने बताया कि कार्यवाही में अवैध कब्जे को हटाया गया है। इस भूमि के कुछ हिस्से को प्रधानमंत्री आवास योजना के 29 हितग्राहियों को आवास निर्माण के लिये पट्टे पर उपलब्ध कराया जा रहा है ।