नक्षत्र- उग्रक्रूरसंज्ञक अधोमुख नक्षत्र भरणी दोपहर 3.43 तक उपरंात साधारण संज्ञक नक्षत्र कृत्तिका नक्षत्र रहेगा। भरणी नक्षत्र में सभी प्रकार के कूटनीति कार्य शुभ माने जाते हैं। इस नक्षत्र में शस्त्र निर्माण, कूटनीतिक वार्ता, अग्निविषयक कार्य, पत्र लेखन, मित्र मिलन, कर्जनिपटारा, जैसे कार्य अत्यंत शुभ तथा मंगलकारी माने जाते हैं।
शुभ मुहूर्त – औषधि सेवन, कर्जनिपटारा, तीर्थदर्शन, मित्र मिलन, पत्र लेखन, सेवारंभ, शस्त्र निर्माण, शस्त्र साधना तथा कूटनीति जैसे कार्य हेतु आज का दिन शुभ रहेगा।
श्रेष्ठ चौघडि़ए – आज प्रात: 7.30 से 1.30 तक लाभ अमृत दोपहर 12.00 से 1.30 शुभ तथा रात्रि 9.00 से 10.30 लाभ की चौघडिय़ा शुभ तथा मंगलकारी मानी जाती है।
व्रतोत्सव- आज श्रावणमास कृष्ण पक्ष की नवमीं तिथि में मां भगवती गौरी की उपासना अत्यंत कल्याणकारी मानी जाती है।
चन्द्रमा : रात्रि 9.53 तक मेष राशि में उपरंात शुक्र प्रधान राशि वृष राशि में संचरण करेगा।
ग्रह राशि नक्षत्र परिवर्तन: सूर्य के कर्क राशि में गुरु वृश्चिक राशि में तथा शनि धनु राशि के साथ सभी ग्रह यथा राशि पर स्थित हैं, सूर्य का पुष्य नक्षत्र में संचरण रहेगा।
दिशाशूल: आज का दिशाशूल पश्चिम दिशा में रहता है, इस दिशा की व्यापारिक यात्रा को यथा संभव टालना हितकर है। चन्द्रमा का वास पूर्व दिशा में है, सन्मुख एवं दाहिना चन्द्रमा शुभ माना जाता है।
राहुकाल: दोपहर 10.30.00 बजे से 12.00.00 बजे तक। (शुभ कार्य के लिए वर्जित)
आज जन्म लेने वाले बच्चे – जन्मे बालकों का नामाक्षर ली,ला, लू, अक्षर से आरंभ कर सकते हैं। भरणी नक्षत्र में जन्मे बालकों की राशि मेष होगी, राशि स्वामी मंगल तथा सुवर्णपाद पाया में जन्म माना जाएगा। मेष राशि के जातक प्राय: तेजस्वी, निपुण, गीत संगीत में रुचि रखने वाले, परिवार के हितैषी, समरसता में विश्वाश रखने वाले, धार्मिक भावनाओं से ओतप्रोत तथा अत्यंत स्वाभिमानी प्रवृत्ति के होते हैं।