गैस एजेन्सियों की गैस रिफिलिंग प्लांट में सेटिंग है। इससे एक सिलेंडर माह में दो से तीन बार रिफिल कर दिया जाता है। इस मामले में सब्सिडी का अडंगा नहीं आता है। इस पर बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर का दाम लगता है। खाद्य विभाग से जानकारी के मुताबिक एजेंसी वालों को यह सिलेंडर 750 रुपए में पड़ता है। यह सिलेंडर ब्लैक में मुंहमांगे दाम पर बेच दिया जाता है।
यहां रोज लगता है सिलेंडर
रेस्टॉरेंट, होटल, फास्टफूड सेंटर, ठेलेवाले, कैंटीन
गैस विक्रेता के कर्मचारी से बातचीत
सिलेंडर मिल जाएगा क्या?
हां, मिल जाएगा। नंबर लगा है क्या?
नहीं, हमें लेकिन चाहिए है?
तब तो मुश्किल होगा, त्योहार है।
बहुत जरूरत है ?
बिना नंबर के तो 1100 रुपए लगेंगे।
ये तो बहुत ज्यादा है?
कहां, ये ही रेट चल रहा है। आम दिन में तो नौ सौ पचास का देते हैं। त्योहार पर मारामारी है, इसलिए इस रेट पर ही मिलेगा।
हां, मुझे रसोई गैस सिलेंडर ब्लैक होने की जानकारी मिली है। मैंने शहर की कुछ एजेन्सियों की जानकारी भी ली है। इस मामले में लोगों को सूचना देकर भी मदद करनी चाहिए।
सुधीर दुबे, प्रभारी, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग