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पुराने रेट छोड़ो, अब तो 1100 लगेंगे

locationजबलपुरPublished: Oct 21, 2019 12:39:58 pm

Submitted by:

manoj Verma

रसोई गैस त्योहार करीब आते ही बढ़ी रसोई गैस सिलेंडर की कालाबाजारी, मजबूरी में खासा मुनाफा लेकर ग्राहकों को थमाए जा रहे सिलेंडर, गैस कंपनियों से निकलने वाले हॉकर खुलेआम बेच रहे सिलेंडर

 खासा मुनाफा लेकर ग्राहकों को थमाए जा रहे सिलेंडर, गैस कंपनियों से निकलने वाले हॉकर खुलेआम बेच रहे सिलेंडर

रसोई गैस त्योहार करीब आते ही बढ़ी रसोई गैस सिलेंडर की कालाबाजारी


18 गैस एजेन्सी
04 लाख उपभोक्ता
08 हजार डबल सिलेंडर उपभोक्ता
625 घरेलू गैस प्रति सिलेंडर (सब्सिडी)
750घरेलू गैस प्रति सिलेंडर (बिना सब्सिडी)
1350कामर्शियल प्रति गैस सिलेंडर
जबलपुर । दीपावली के त्योहार आने के पहले ही रसोई गैस की मारामारी शुरू हो गई है। कालाबाजारियों ने ब्लैक में सिलेंडर देने के रेट बढ़ा दिए हैं। एजेन्सी से सिलेंडर सप्लाई करने वाले हॉकर सहित गोदाम से खुलेआम रसोई गैस की टंकी बिना किसी पर्ची के दी जा रही है। इस सौदे में मुंह मांगे दाम लिए जा रहे हैं। इन बिचौलियों पर शिंकजा कसने में प्रशासन के जिम्मेदार पीछे हैं। जानकारों का कहना है कि दिवाली के पूर्व रसोई गैस की खपत बढ़ जाती है, एक अनुमान के मुताबिक खपत में करीब बीस प्रतिशत सिलेंडर ब्लैक हो रहे हैं।

सुनो, भैया सिलेंडर ला देना। अभी तो दिया था ना। नहीं, वो खतम हो जाएगा। …तो फिर उपर से देना पड़ेगा, तभी सिलेंडर मिल पाएगा। त्योहार पर बहुत मारामारी हो गई है। कितना लगेगा…। 1100। ये तो ज्यादा है। अभी सिलेंडर नहीं मिल रहे हैं, वो तो आप रेगुलर कस्टमर हो तो हम दे देंगे, नहीं तो मना कर देते। ये वाक्या एक गृहणी और हॉकर के बीच का है, जहां बिना नंबर के सिलेंडर लेने में भाव को लेकर बातचीत की जा रही थी।
चार लाख ग्राहक
शहर में करीब चार लाख गैस के उपभोक्ता है। इनमें से करीब बीस प्रतिशत ग्राहकों के डबल सिलेंडर हैं। अन्य ग्राहकों ने एक सिलेंडर लिया हुआ है। खपत के हिसाब से प्रति कनेक्शन एक सिलेंडर माह में सप्लाई किया जाता है। डबल सिलेंडर में बीस दिनों के अंदर सिलेंडर दिया जाता है। डबल सिलेंडर में कुछ ग्राहक एेसे भी हैं, जिन्हें दो माह में एक सिलेंडर ही लगता है, जिससे वे अपने कोटे का सिलेंडर नहीं लेते हैं।
ये है गणित
डबल सिलेंडर वाले ग्राहकों के सिलेंडर नहीं लेने पर बचे सिलेंडर ब्लैक कर दिए जाते हैं। बिना पर्ची सिलेंडर दिए जाते हैं, जिसका कोई हिसाब नहीं होता है। खाली सिलेंडर पुन: रिफिल होने भेज दिए जाते हैं। एक माह में ये सिलेंडर दो से तीन बार रिफिल हो जाते हैं और मुनाफाखोर एक सिलेंडर में रिफिलिंग के नाम पर कई बार कमाई कर लेते हैं।
लाखों की कमाई
त्योहार में रसोई गैस की मांग बढ़ते ही बिचौलियों ने नए रेट खोल दिए हैं। आम दिनों में रसोई गैस सिलेंडर नौ सौ रुपए में ब्लैक में दिया जाता था लेकिन त्योहार को देखते हुए 1100 रुपए के रेट खोल दिए हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक बीस प्रतिशत सिलेंडर ब्लैक होने से एजेन्सी वाले हॉकरों से लाखों रुपए की कमाई कर लेते हैं।
ऑफ दी रिकॉर्ड
रिफिलिंग प्लांट में सेटिंग
गैस एजेन्सियों की गैस रिफिलिंग प्लांट में सेटिंग है। इससे एक सिलेंडर माह में दो से तीन बार रिफिल कर दिया जाता है। इस मामले में सब्सिडी का अडंगा नहीं आता है। इस पर बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर का दाम लगता है। खाद्य विभाग से जानकारी के मुताबिक एजेंसी वालों को यह सिलेंडर 750 रुपए में पड़ता है। यह सिलेंडर ब्लैक में मुंहमांगे दाम पर बेच दिया जाता है।
यहां रोज लगता है सिलेंडर
रेस्टॉरेंट, होटल, फास्टफूड सेंटर, ठेलेवाले, कैंटीन
गैस विक्रेता के कर्मचारी से बातचीत
सिलेंडर मिल जाएगा क्या?
हां, मिल जाएगा। नंबर लगा है क्या?
नहीं, हमें लेकिन चाहिए है?
तब तो मुश्किल होगा, त्योहार है।
बहुत जरूरत है ?
बिना नंबर के तो 1100 रुपए लगेंगे।
ये तो बहुत ज्यादा है?
कहां, ये ही रेट चल रहा है। आम दिन में तो नौ सौ पचास का देते हैं। त्योहार पर मारामारी है, इसलिए इस रेट पर ही मिलेगा।
हां, मुझे रसोई गैस सिलेंडर ब्लैक होने की जानकारी मिली है। मैंने शहर की कुछ एजेन्सियों की जानकारी भी ली है। इस मामले में लोगों को सूचना देकर भी मदद करनी चाहिए।
सुधीर दुबे, प्रभारी, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग
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