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Leopards in jabalpur: जबलपुर में तेंदुओं ने ब्रीडिंग के लिए बनाया नया कॉरीडोर, अलर्ट

locationजबलपुरPublished: Dec 10, 2022 11:18:15 am

Submitted by:

Lalit kostha

Leopards in jabalpur: जबलपुर में तेंदुओं ने ब्रीडिंग के लिए बनाया नया कॉरीडोर, अलर्ट

Leopard in jabalpur

Leopard in jabalpur

जबलपुर. ठंड बढ़ने के साथ शहर से लगे जंगल में तेंदुओं का मूवमेंट बढ़ गया है। शहर के सीमावर्ती क्षेत्रों में लगातार तेंदुए की हलचल देखी जा रही है। ठंड में तेदुओं के लिए श्वान आसान शिकार होता है। शिकार की तलाश में तेंदुओं का मूवमेंट शहर के आसपास देखा जा रहा है। लगातार इस तरह की घटनाएं सामने आई हैं। तेंदुए को अपने कुनबे के साथ भी देखा गया है। इसे लेकर जहां लोगों में दहशत है, वहीं वन विभाग तेंदुए की सुरक्षा को लेकर अलर्ट हो गया है।

ठंड के सीजन में छह बार तेंदुए को देखा गया है।ठंड के समय मादा तेंदुए बच्चों को जन्म देती हैं। इसके लिए उन्हें सुरक्षित जगह की तलाश होती है। जिससे वे अपने बच्चों को दूसरे जानवरों से बचा सकें। इस कारण भी तेंदुए एक स्थान से दूसरे स्थान पर मूवमेंट कर रहे हैं। कई बार सड़क किनारे मादा तेंदुआ अपने बच्चों के साथ नजर आई है। खमरिया क्षेत्र में मादा तेंदुआ ने दो शावकों को जन्म दिया है।

 

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तेदुओं ने मूवमेंट के लिए नया कॉरीडोर बना लिया है। इसमें खमरिया, मंगेली, डुमना, बरगी क्षेत्र का उपयोग तेंदुए अपने आने-जाने के रूप में कर रहे हैं। इसके साथ ही तिघरा, छिवला, चूल्हागोलाई क्षेत्र में भी तेंदुओं को देखा गया है। इसकी एक वजह इन क्षेत्रों में कुत्तों और जंगली सुअरों की बड़ी संख्या है। ये इलाके शहर से भी लगे हुए हैं।

 

केस-एक

अक्टूबर के अंत में डुमना के पास तेंदुआ लोगों को नजर आया। सुबह के वक्त एयरपोर्ट जाने वाले कर्मियों को बंजारी माता मंदिर के आगे तेंदुआ नजर आया था। इसके बाद तेंदुआ छलांग लगाकर झाड़ियों के बीच ओझल हो गया।

केस-दो

नवंबर में डुमना स्थित एक निजी डेंटल कॉलेज के पास तेंदुए को देखा गया। देर शाम कुत्तों का शिकार करने के लिए तेंदुआ सड़क तक पहुंच गया था। रात में गश्त कर रहे कर्मियों ने भी तेंदुए को देखा।

तेंदुओं की गणना नहीं, सुरक्षा में लापरवाही

शहर में तेंदुओं की गणना नहीं हो सकी है। वन विभाग ने करीब 25 से 30 तेंदुए होने का अनुमान लगाया है। लेकिन उनकी सुरक्षा को लेेकर को गंभीरता से प्रयास नहीं किए गए हैं। तेंदुओं पर नजर रखने और उनके हेबीटेट को जानने के लिए ट्रैप कैमरे लगाने की योजना भी बनाई गई है।

 

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केस- तीन

खमरिया क्षेत्र में 24 नवंबर को लोगों को रात में तेंदुआ नजर आया। मादा तेंदुआ अपने छोटे बच्चे के साथ था। इसकी जानकारी सुरक्षा कर्मियों ने वन विभाग को दी थी।
केस-चार

भीटा क्षेत्र में एक मादा तेंदुए को नन्हें शावक के साथ देखा गया। ऐसा अनुमान लगाया गया है कि ब्रीडिंग के लिए मादा तेंदुआ भीटा के जंगल में पहुंची है।

ठंड के मौसम में तेंदुओं का मूवमेंट बढ़ा है। जिसकी वजह शिकार और ब्रीडिंग है। इसे देखते हुए फील्ड अमले को लगातार विजिट करने के निर्देश दिए गए हैं। रहवासी इलाकों में भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
अखिलेश बंसल, वनमंडल अधिकारी

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