इससे पहले बरगी हिल्स रोड स्थित एमपीईबी के एरिया स्टोर के रूट के किनारे पहाडिय़ों में मंगलवार शाम 3.40 बजे मुंह में शिकार दबाकर ले जाते हुए तेंदुआ दिखा। ट्रक में लोड ट्रांसफार्मर को लैब में चैकअप के लिए जाते हुए ड्राइवर ने तेंदुआ देखने का दावा किया है। उसके बाद वन विभाग की रेस्क्यू टीम ने सर्चिंग की। हालांकि रेस्क्यू टीम को मौके पर पदचिह्न या खून आदि के साक्ष्य नहीं मिले।
बरगी हिल्स रोड पर वन चौकी और हनुमान मंदिर से कुछ दूरी पर एमपीईबी के ट्रेनिंग सेंटर और कॉलोनी के पास मंगलवार शाम तेंदुए की दस्तक की दशहत थी। ट्रक ड्राइवर लक्ष्मी कनौजिया और दैनिक वेतन भोगी श्रमिक गणेश यादव ने दावा कि उन्होंने ट्रक के अंदर से तेंदुआ देखा। अनुमान है कि ट्रक की आवाज सुनकर तेंदुआ दूसरी ओर गया होगा। ड्राइवर ने एरिया स्टोर में कार्यरत एवं नया गांव कॉलोनी निवासी रश्मि तिवारी को सूचना दी। रश्मि तिवारी ने नया गांव कॉलोनी के अध्यक्ष रजत भार्गव से बात की। आधे घंटे बाद रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंच गई। जिस स्थान पर तेंदुआ देखने का दावा किया गया। उसी स्थान से कुछ दूरी पर दो दिन पहले वन विभाग की चौकी के पीछे ट्रैप कैमरे में तेंदुए की तस्वीर आई थी। फिलहाल एक किमी के दायरे में 24 घंटे ट्रैप कैमरे से मॉनीटरिंग की जा रही है।
वेटरनरी यूनिवर्सिटी की टीम से मांगी मदद
वन विभाग ने वेटरनरी यूनिवर्सिटी के वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट से मदद मांगी है। डीएफओ रवींद्र मणि त्रिपाठी ने वीयू के कुलपति को पत्र भेजा है। यूनिवर्सिटी के एक्सपर्ट को नेशनल पार्कों एवं आसपास के गांव-शहरों में वन्य प्राणियों के रेस्क्यू के लिए बुलाया जाता है। ट्रैप कैमरे की संख्या और टैं्रक्वलाइज करने पर रिपोर्ट मांगी जाएगी।
तेंदुआ दिखने की सूचना पर रेस्क्यू टीम ने सर्चिंग की। तेंदुए के साक्ष्य प्राप्त हो चुके हैं। 24 घंटे ट्रैप कैमरे लगा दिए गए हैं। वेटरनरी यूनिवर्सिटी के एक्सपर्ट से भी राय मांगी गई है। वन्य प्राणी और इंसान के हित में निर्णय किया जाएगा।
-रवींद्र मणि त्रिपाठी, डीएफओ