scriptसिहोरा में फाल्ट के चलते रोज 4 से 6 घंटे विद्युत आपूर्ति बाधित, दो लाइनमैन के भरोसे सुधार कार्य | Lightning disrupted 4 to 6 hours a perday due to fault | Patrika News

सिहोरा में फाल्ट के चलते रोज 4 से 6 घंटे विद्युत आपूर्ति बाधित, दो लाइनमैन के भरोसे सुधार कार्य

locationजबलपुरPublished: Mar 20, 2019 05:17:53 pm

Submitted by:

tarunendra chauhan

संभाग में कितने फीडर से बिजली सप्लाई, अधिकारी को ही नहीं पता

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जबलपुर. मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के सिहोरा स्थित सम्भाग की प्रशासनिक, बिजली सुधार की व्यवस्था चरमरा गई है। आलम यह है कि अधिकारी को मालूम नहीं है उनके अधिकार क्षेत्र सिहोरा सम्भाग में कितने फीडरों से बिजली की आपूर्ति होती है। अधिकारी ने इस सम्बंध में मंगलवार को फोन पर बात कही है।

मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के सिहोरा सम्भाग अंतर्गत उपसम्भाग सिहोरा नगर, ग्रामीण में दिन और रात में 4-6 घंटे की अघोषित कटौती हो रही है। जिससे आमजन का जीना दुश्वार हो गया है। कम्पनी बिजली आपूर्ति के संसाधनों के रखरखाव में फिसड्डी साबित हो रही है। सिहोरा उपसंभाग में 75 हजार उपभोक्ताओं के बिजली सुधार का जिम्मा सिर्फ 2 लाइनमैन के जिम्मे है। आए दिन फाल्ट के चलते सिहोरा टाउन में बिजली बंद होने की शिकायतें बढ़ रही हैं।

सिहोरा सम्भाग अंतर्गत सिहोरा नगर, मझौली नगर के साथ दोनों तहसीलों के चार सौ से अधिक गांवों के साथ कटनी जिले के बचैया क्षेत्र के ग्रामों में बिजली आपूर्ति की जिम्मेदारी है। सिहोरा सम्भाग के अंतर्गत तीन उपसम्भाग सिहोरा नगर, सिहोरा ग्रामीण और मझौली के साथ मझगवां, गोसलपुर, इंद्राना, खितौला वितरण केंद्र से बिजली आपूर्ति होती है। बिजली आपूर्ति के साधन ट्रांसफार्मर, पारेषण लाइन का रखरखाव में कमी से आए दिन फाल्ट हो रहे हैं। लाइन टूटने से सिहोरा टाउन और सिहोरा ग्रामीण के 26 हजार उपभोक्ताओं को सुबह से शाम तक कई घंटे बिना बिजली के रहना पड़ रहा है।

ग्रामीण क्षेत्रों में हालत और खराब
ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था बद से बदतर है। दिन के अलावा पूरी रात भी बिजली बंद रहती है। सम्भाग में लाइनमैनों के स्वीकृत 14 पदों में सिर्फ दो कार्यरत हैं। एक सिहोरा और दूसरा मझगवां में पदस्थ है। मझौली, गोसलपुर, सिहोरा ग्रामीण में कोई लाइनमैन नहीं है। कामों की निगरानी रखने वाले लाइन निरीक्षक स्वीकृत 6 पदों में आधे कार्यरत हैं।

इस संबंध में अधीक्षण यंत्री जबलपुर ग्रामीण एके सोनवाने का कहना है कि उक्त अधिकारी ने ऐसा क्यों कहा कि सम्भाग में कितने फीडर हैं, उन्हें पता नहीं है। इस सम्बंध में कुछ नहीं कह सकता।

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