– राइटटाउन स्थित पोस्ट मेट्रिक छात्रावास के पास ही गैरज चल रहा है। यहां करीब 120 छात्राएं अध्ययनरत हैं। पास ही चाय पान के ठेले लग रहे हैं। दिन भर लोगों की आवाजाही लगी हुई रहती है। कोई सुरक्षा गार्ड नहीं है।
– गंगानगर स्थित कन्या छात्रावास स्कूल परिसर में ही संचालित हो रहा है। यहां करीब 80 छात्राएं रहकर पढ़ाई कर रही हैं। सुरक्षा के लिए अलग से व्यवस्था नहीं है। स्कूल का चौकीदार ही दोनों जगह की ड्यूटी करता है।
– रामनगर, धनवतंरी नगर छात्रावास दोहरे प्रभार पर चल रह हैं। करीब 100 छात्राएं छात्रावास में रह रही हैं। यहां स्थायी महिला अधीक्षक नहीं है। प्रभारी के रूप में कई बार निर्णय लेने में वरिष्ठ अधिकारियों पर निर्भर रहना पड़ता है जिससे परेशानी पैदा होती है।
यह है समस्या
छात्रावासों में पुलिस की तैनाती नहीं
चौकीदार के भरोसे व्यवस्था
एंट्री गेट पर आने जाने के रजिस्टर में नाम दर्ज नहीं
छात्रावासों के बाहर सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था नहीं
छात्रावासों के आसपास चाय-पान के ठेले
विभागीय स्तर पर गार्ड के लिए विचार
आदिवासी विकास विभाग में छात्र संयोजक पीके सिंह के अनुसार छात्रावासों की सुरक्षा के लिए प्रबंध किए गए हैं। यह बात जरूर है कि सुरक्षा गार्ड नहीं हैं। इसके लिए विभागीय स्तर पर विचार किया जा रहा है।
35 कन्या छात्रावास
04 पोस्ट मेट्रिक छात्रावास
1750 कुल अध्यनरत छात्राएं
300 पोस्ट मेट्रिक छात्राएं
1450 प्री मेट्रिक छात्राएं