जबलपुर विकास प्राधिकरण के द्वारा करीब तीस वर्ष पहले विजयनगर को जेडीए स्कीम क्रमांक ५ के तहत विकसित किया गया था। इसमें एमआर-४ से लेकर कचनार सिटी के पहले तक भूखंड बनाए गए थे। कॉलोनी विकास के तहत उन्नत सडक़ और चौराहों को विकसित करने का लक्ष्य लेकर जेडीए ने विकास भी किए। इसके तहत कुछ चौराहों को विकसित किया गया है, जिसमें घड़ी चौक सहित अन्य चौराहे शामिल हैं।
कॉलोनी में भवन बने चौराहा छोड़ा जेडीए के अधिपत्य में कचनार सिटी रोड-1 पर चौराहे को विकसित नहीं किया, जबकि इस मुख्य सडक़ पर तकरीबन सभी जगह भवन बन चुके हैं। जेडीए ने रोड-2 पर चौराहे का दो चौराहों का विकास किया है। समय गुजरने के साथ चौराहे की प्लाट क्रमांक 1349 के बाजू में छूटी जगह का विकास नहीं किया, जिसका फायदा शराब माफिया ने उठाया और उसे अपने कब्जे में ले लिया।
फुटपाथ बनाकर छोड़ा जेडीए की सांठगांठ उस जगह नजर आ रही है, जहां चौराहे के किनारे उसका विकास न करके फुटपाथ बनाकर छोड़ दिया गया, जिससे चौराहे विकास की जगह अलग हो गई। यहां लेफ्ट टर्न भी विकसित नहीं किया जा सका, जबकि इस चौराहे से कॉलोनी के यातायात का दबाव रहता है।
ऑफ दी रेकार्ड शराब माफिया कथित केशव जायसवाल ने जेडीए से सांठगांठ करके सालों तक चौराहे का विकास होने नहीं दिया है। सूत्रों का कहना है कि खर्चा और शराब देकर मामले को ठंडे बस्ते में रखा। अब नगर निगम के अधिपत्य कॉलोनी के आने से मामला लटक गया है। निगम इस मामले में कुछ नहीं कर रही है।
कहते हैं लोग कॉलोनी में चौराहे विकास के लिए यह जगह थी लेकिन यहां निगरानी नहीं होने से कब्जा हो गया है। मामले में कोई कुछ नहीं कहता है और न ही अधिकारी आते हैं।
जनक खत्री हम यहीं रहते हैं। यहां कॉलोनी विकास के समय जगह छूटी थी लेकिन फिर यहां पेड़-पौधे लगाकर जमीन घेर ली गई है। फुटपाथ के बाद तो जगह बंद हो गई है।
आरके पांडे ये कहता है जेडीए जेडीए के जिम्मेदारों का कहना है कि विजयनगर कॉलोनी नगर निगम को सौंप दी गई है। अब नगर निगम वहां का विकास करेगा। इसमें हम कुछ नहीं कर सकते हैं।
निगम की दलील नगर निगम के कॉलोनी सेल प्रभारी आरके गुप्ता के मुताबिक कॉलोनी का विकास किया जाएगा। चौराहों के विकास के साथ फुटपाथ आदि भी बनाए जाएंगे। अतिक्रमण हटा दिए जाएंगे।