जबलपुरPublished: Jul 05, 2023 12:10:16 pm
Rahul Mishra
मानस भवन में मंगलवार से वाराणसी की कथा व्यास ऋचा मिश्रा की रामकथा आरम्भ हुई। पहले दिन कथाव्यास ने कहा कि रामकथा के श्रवण से एक कामधेनु गाय की सेवा के बराबर पुण्य प्राप्त होता है। वहीं हनुमान जी की कथा सुनने से 100 कामधेनु गायों की सेवा का पुण्य मिलता है। उन्होंने कहा कि भक्ति सीखनी है तो श्री हनुमान जी से सीखनी चाहिए। उन्होंने 9 प्रकार की भक्तियों के बारे में भी श्रोताओं को बताया। कथा श्रवण करने पहुंचे अभिनेता आशुतोष राणा ने दद्दा जी की स्मृतियों को साझा करते हुए उन्हें सच्चा संत बताया।
-मानस भवन में भागवताचार्य ऋचा मिश्रा की रामकथा
-अभिनेता आशुतोष राणा भी हुए दीप प्रज्ज्वलन में शामिल
जबलपुर। मानस भवन में मंगलवार से वाराणसी की कथा व्यास ऋचा मिश्रा की रामकथा आरम्भ हुई। पहले दिन कथाव्यास ने कहा कि रामकथा के श्रवण से एक कामधेनु गाय की सेवा के बराबर पुण्य प्राप्त होता है। वहीं हनुमान जी की कथा सुनने से 100 कामधेनु गायों की सेवा का पुण्य मिलता है। उन्होंने कहा कि भक्ति सीखनी है तो श्री हनुमान जी से सीखनी चाहिए। उन्होंने 9 प्रकार की भक्तियों के बारे में भी श्रोताओं को बताया। कथा श्रवण करने पहुंचे अभिनेता आशुतोष राणा ने दद्दा जी की स्मृतियों को साझा करते हुए उन्हें सच्चा संत बताया।