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गर्मी में बढ़ेगा लोड, संसाधनों की कमी से हलाकान होंगे उपभोक्ता

locationजबलपुरPublished: Mar 05, 2020 11:22:44 am

Submitted by:

virendra rajak

उपकरण और कर्मियों की कमी से जूझ रही बिजली कंपनी

Government departments immersed in electricity debt

Government departments immersed in electricity debt

जबलपुर. गर्मी में लोड बढऩे या कम होने के कारण बिजली गुल होने की परेशानियों से बचने के लिए बिजली विभाग एक्शन प्लान बना रहा है। अपर्याप्त संसाधन और अप्रशिक्षित कर्मियों के चलते इस एक्शन प्लान पर अमल कैसे होगा। गर्मी के दिनों में शिकायतों का ग्राफ एकाएक बढ़ता है।
शहर की स्थिति
कुल सम्भाग- 05
कुल ट्रांसफार्मर- 4900
कुल घरेलू उपभोक्ता- 325000
औसतन 1500 शिकायतें रोज
गर्मी के दिनों में प्रतिदिन औसतन 1500 शिकायतें बिजली अधिकारियों के पास पहुंचती हैं। तेज हवा या अंधड़ चलने पर शिकायतों का आंकड़ा दो हजार प्रतिदिन तक पहुंच जाता है। इससे टीमें हर जगह तत्काल नहीं पहुंच पातीं।
सामान्य दिनों में प्रतिदिन मांग (मेगावॉट लगभग में)
जिले में- 204
शहर में- 129
देहात में- 75
गर्मी में प्रतिदिन मांग (मेगावॉट में)
जिले में- 350
शहर में- 250
देहात में- 100
इसलिए बढ़ता है लोड
जानकारी के अनुसार गर्मी में शहर के घरों में ठंडक करने वाले उपकरणों का अधिक उपयोग किया जाता है। ऐसे में लोड बढ़ता है और लाइन और ट्रांसफार्मर में फॉल्ट आने लगते हैं। पिछले दिनों वितरण कंपनी ने गर्मी के पूर्व मैंटेनेंस किए जाने की खानापूर्ति की है, जिसका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ेगा।
गर्मी में इस तरह की शिकायतें
-ट्रांसफार्मर में बार-बार फ्यूज
-ट्रांसफार्मर में आग लग जाना
-वायरिंग में अचानक शॉर्ट हो जाना
-ट्रांसफार्मर से ऑयल लीक हो जाना
-लोड बढऩे-घटने से घरों के उपकरण में खराबी
उपकरणों में बिजली खपत प्रतिमाह (यूनिट में)
उपकरण- खपत
एयर कंडीशन- 600-1800
फ्रिज- 300-1000
कूलर- 200-800
विंडो कूलर- 500-1000
वॉटर कूलर- 100-500
प्रशिक्षित कर्मचारियों की कमी
मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के सिटी सर्किल में शिकायतों का समाधान निर्धारित समय पर नहीं हो पाता। इसका मुख्य कारण प्रशिक्षित और कंपनी के कर्मचारियों की कमी है। जो कर्मचारी हैं, वे या तो बूढे हो गए हैं या फिर उनकी आंखें धुंधला चुकीं हैं। ऐसे में कंपनी द्वारा ठेका श्रमिकों को रखा गया है, लेकिन उनसे चालू लाइन में काम नहीं कराए जाने का नियम विद्युत उपभोक्ताओं के लिए भारी पड़ रहा है।
यह है स्थिति
सम्भाग- कुल उपभोक्ता- ट्रांसफार्मर- सब स्टेशन- सरकारी कर्मी- ठेका कर्मी- कमी
विजय नगर- 53000- 809- 08- 47- 43- 74
पश्चिम- 57000- 800- 08- 69- 70- 70
अधारताल- 74000- 855- 09- 61- 87- 40
पूर्व- 64200- 486- 07- 48- 148- 48
दक्षिण- 90000- 1400- 18- 88- 45- 90
12 वाहन, 150 कर्मी कम
कुछ माह पूर्व साइसन ठेका कम्पनी का ठेका निरस्त किया गया। यह कम्पनी प्रायवेटकर्मी उपलब्ध कराती थी। ठेका समाप्त होने के बाद सिटी सर्किल से लगभग 12 वाहन और 150 ठेका श्रमिक कम हो गए। इससे परेशानी और बढ़ गई।
मीटर फाल्ट- कभी-कभी घर के मीटर में खराबी के कारण लोकल फॉल्ट आ जाता है। ऐसा लोड बढऩे या घटने से होता है।
उपभोक्ता की संख्या- एक
समय- एक घंटा
विद्युत पोल- तेज हवा या बारिश के कारण पोल में तार टकराने या शॉर्ट होने से बिजली गुल हो जाती है।
उपभोक्ताओं की संख्या- औसतन 20
समय- 45 मिनट
ट्रांसफॉर्मर- लोड बढऩे से ट्रांसफॉर्मर में शॉर्ट सर्किट समेत अन्य तकनीकी खामियां आने से बिजली गुल होती है।
उपभोक्ताओं की संख्या- 200 से 300
समय- 40 मिनट
फीडर- फीडर में समस्या आने से विद्युत आपूर्ति ठप होने पर दूसरे स्थान पर इसमें आए तकनीकी खराबी को ठीक किया जाएगा।
उपभोक्ताओं की संख्या- चार से पांच हजार
समय- 40 मिनट
सब स्टेशन- तकनीकी खराबी आने पर अन्य शिकायतों के बजाय पहले सब स्टेशन के फॉल्ट को सुधारा जाएगा।
उपभोक्ताओं की संख्या- तीन से आठ हजार
समय- 30 मिनट
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