जबलपुर

लोकसभा चुनाव 2019 से पहले भाजपा को झटका, दबंग विधायक गिरफ्तार, ये है आरोप- देखें वीडियो

लोकसभा चुनाव 2019 से पहले भाजपा को झटका, दबंग विधायक गिरफ्तार, ये है आरोप- देखें वीडियो

जबलपुरApr 10, 2019 / 12:36 pm

Lalit kostha

lok sabha 2019

जबलपुर। लोकसभा चुनाव 2019 से पहले प्रदेश भाजपा को बड़ा झटका लगा है। दमोह से सांसद प्रहलाद पटेल के छोटे भाई और शिवराज सरकार में मंत्री रहे नरसिंहपुर के दबंग विधायक जालम सिंह पटेल गिरफ्तार हो गए हैं। उन पर सरकारी कार्य में बाधा डालने एवं कर्मचारियों के साथ मारपीट का आरोप है। जिस पर कोर्ट ने मंगलवार को अग्रिम जमानत देने से इंकार कर दिया था। जालम सिंह अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ कोतवाली थाना में आज गिरफ्तारी दी है। थाने के बाहर सैकड़ों की संख्या में समर्थकों को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस ने विधायक की गिरफ्तारी कर उन्हें कोर्ट में पेश किया है। जहां सुनवाई जारी है।


मंगलवार को विधायक जालम पटैल को नहीं मिली अग्रिम जमानत
कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सगौनी लकड़हाऊ में अतिक्रमण हटाने गए राजस्व अमले के साथ हुई मारपीट के मामले में एट्रोसिटी एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में दर्ज अपराध में आरोपित नरङ्क्षसहपुर विधायक जालम पटैल को अग्रिम जमानत नहीं मिली। मंगलवार को जिला एवं सत्र न्यायालय ने अग्रिम जमानत के लिए प्रस्तुत आवेदन खारिज कर दिया। इधर, सुबह से ही विधायक के न्यायालय में पेश होने की चर्चा गर्म रही। न्यायालय परिसर के बाहर बड़ी संख्या में विधायक समर्थक भी मौजूद रहे।

ये है मामला-
30 मार्च को तहसील नरङ्क्षसहपुर के ग्राम लकड़हाऊ सगौनी में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का ग्रामीण विरोध कर रहे थे। इस दौरान विधायक जालम पटैल भी मौजूद थे और ग्रामीणों को अमले के साथ मारपीट करने के लिए उन्होंने उकसाया। मारपीट मेंपटवारी सुभाष पिता लालचंद कोरी (30) व तहसील कार्यालय के चतुर्थश्रेणी कर्मचारी अमित पिता डीएस राजपूत 35 को चोटें आई थीं। पुलिस ने विधायक सहित अन्य पर धारा 341, 332, 353, 365, 427, 109, 147, 148, 149, 3(2)(बीए), एसटीएससी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया था।

साक्ष्य के आभाव में पुलिस हुई लाचार
नरङ्क्षसहपुर. सगौनी लकड़हाऊ में राजस्व अमले के साथ मारपीट करने के मामले में पुलिस लाचार नजर आ रही है। एफआइआर दर्ज करने के 10 दिन बाद भी पुलिस आरोपित विधायक जालम पटैल की गिरफ्तारी के लिए पर्याप्त साक्ष्य नहीं जुटा सकी है। पिछले 10 दिनों से पुलिस इस मामले से जुड़े पीडि़त और गवाहों के कथन ले रही है। कोतवाली टीआई अमित दाणी ने बताया कि पटवारी, नायब तहसीलदार, कोटवार सहित कुछ ग्रामीणों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। मामले में अभी और भी लोगों के बयान दर्ज कर पर्याप्त साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.