जबलपुर। मध्यप्रदेश में पहले चरण के चुनावी अभियान का आगाज करते हुए शुक्रवार को जबलपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दावे खोखले साबित हुए हैं। किसानों को उनका हक दिलाने की बजाए मध्यप्रदेश और राजस्थान के मुख्यमंत्री अपनी संतानों का भविष्य संवारने में लगे हैं। दोनों मुख्यमंत्री इन दिनों अपने बेटों के लिए चुनाव प्रचार में जुटे हैं। नामदार के ये दरबारी आपके बच्चों के भविष्य की चिंता क्या करेंगे? तंज कसते हुए मोदी ने कहा कि कुछ नया करने के लिए नीयत और नीति चाहिए, कांग्रेस इन दोनों में ही भटकी हुई है।
मोदी ने जबलपुर के गैरीसन मैदान में आमसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में ले-देकर कांग्रेस ने सरकार बनाई। फिर भी किसानों की कर्ज माफी नहीं की। ढाई महीने में सिर्फ तीन ही काम हुए। कानून-व्यवस्था ध्वस्त हुई, डकैती और अपराध बढ़े। ट्रांसफर उद्योग फल-फूल रहा है और सरकारी पोस्टिंग की नीलामी हो रही है। इन्हें अगर देश की सत्ता मिल जाए तो कुछ भी नहीं बचेगा। उन्होंने कहा कि माताएं-बहनों इन्हें इस चुनाव तो क्या, जीवनभर वोट नहीं देना। उन्होंने ऐसा पाप किया है। जो पैसे केन्द्र सरकार ने गरीबों की भलाई के लिए दिल्ली से भेजे। ये उन्हें भी खा गए। पिछले दिनों छापे में जितना भी रुपया बरामद हुआ, वो सब आपका ही पैसा था। यही पैसा दिल्ली के तुगलक रोड मुख्यालय तक पहुंचा दिया गया।
आतंकवाद को जड़-मूल से मिटाएंगे
आतंकवाद पर मोदी ने कहा कि आपकी ताकत ने विपक्षियों का मुंह सिल दिया। वरना वो लोग तो एयर स्ट्राइक, सर्जिकल स्ट्राइक को भी गलत ठहराने में जुटे थे। उन्होंने कहा कि यह तो ट्रेलर था, आतंकवाद को जड़-मूल से मिटाएंगे। मोदी ने कांग्रेस के घोषणा पत्र को ढकोसला पत्र बताया और कहा कि कांग्रेस ने सवर्णों को आरक्षण की बात कभी नहीं की। पर इसे हमने कर दिखाया। मोदी ने कहा कि मैंने गरीबी की जिंदगी को जिया है। अगर महिलाओं को दिन में शौच जाना होता है तो कितना कष्ट सहना पड़ता है। मुख्यमंत्री कमलनाथ का नाम लिए बिना वे बोले कि ये मुख्यमंत्री मेरा मजाक उड़ाकर मुझे शौचालय का चौकीदार कहता है।
नये वोटरों से आह्वान
पहली बार वोट करने वाले करोडों लोग देश में चुनाव का नेतृत्व कर रहै हैं। ये 21वीं सदी के तेज तर्रार नौजवान हैं, उन्हें तय करना है कि देश की मजबूत नींव पांच साल में कौन रख पाएगा। अंत मे पीएम ने जनता का आह्वान किया कि गर्मी कितनी ही क्यों न हो, पहले मतदान फिर जलपान।