जबलपुर। भीषण गर्मी और 44.2 डिग्री तापमान भी लोकतंत्र के त्योहार पर मतदाताओं के उत्साह को कम नहीं कर सका। जबलपुर में रेकॉर्ड 69 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। यह पिछली बार के मुकाबले 11 फीसदी अधिक रहा। ऐसे में भाजपा कांग्रेस दोनों ही कयास लगा रहे हैं कि उन्हें सबसे ज्यादा वोट मिले हैं। हालांकि ये तो 23 मई को ही पता चल सकेगा कि जबलपुर के मतदाताओं ने किसे सबसे ज्यादा वोट दिए हैं। लेकिन यह तो तय हो गया है कि इस बार दो प्रतिद्वंदियों में मुकाबला बहुत करीबी रहा है।
लोकसभा चुनाव 2019 के चौथे एवं मध्यप्रदेश के पहले चरण में सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह 7 बजे से ही शहर के कई मतदान केन्द्रों में मतदाताओं की भारी भीड़ उमड़ी। हालांकि, तेज धूप व गर्मी के चलते दोपहर में मतदान की रफ्तार कुछ धीमी जरूर हुई। शाम 4 बजे के बाद मतदान केन्द्रों में वोटरों की संख्या फिर से बढऩे लगी। कुछ मतदान केन्द्रों पर तो शाम 6 बजे के बाद भी कतारें लगी थीं। ऐसे केन्द्रों में प्रवेशद्वार बंद कर शेष मतदाताओं से मतदान कराया गया। जबलपुर संसदीय क्षेत्र की आठों विधानसभा क्षेत्रों को मिलाकर शाम 5 बजे तक करीब 64 फीसदी मतदान हुआ। यहां भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व तीन बार से सांसद राकेश सिंह का मुकाबला कांग्रेस से राज्यसभा सांसद विवेक कृष्ण तन्खा से है। यहां से कुल 22 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं।
11 से 1 बजे के बीच सर्वाधिक मतदान
सुबह 7 बजे से सभी केन्द्रों में मतदान शुरू हुआ। पहले दो घंटों में केवल 10 फीसदी ही वोट पड़े। 9 बजे के बाद मतदान का प्रतिशत बढऩे लगा। दोपहर 11 बजे तक मतदान का प्रतिशत 22 फीसदी पहुंच गया। 11 से एक बजे बीच मतदान काफी तेजी से हुआ और 1 बजे तक तकरीबन 44 फीसदी मतदान हो गया। अगले दो घंटों में मतदान की गति थम सी गई और महज 6 फीसदी वोटिंग हुई। इसके बाद 3 बजे से 5 बजे के बीच हुए मतदान से प्रतिशत बढकऱ 64 फीसदी पहुंच गया।
बरगी के निगरी में विवाद-
बरगी के निगरी केन्द्र में विधायक संजय यादव व भाजपा एजेंट के बीच विवाद हो गया। दोनों के बीच हाथापाई की नौबत आ गई। आरोप है कि एजेंट भाजपा उम्मीदवार की फोटो युक्त पर्ची केन्द्र में ले लाया था। इस मामले में भाजपा एजेंट के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। जिले के सिहोरा में एक मतदान केन्द्र पर 50 मिनट तक के लिए ईवीएम बंद हो गई। यहीं के एक अन्य मतदान केन्द्र पर वीवीपैट मशीन के बंद हो जाने से करीब 30 मिनट तक मतदान रुका रहा।