आचार संहिता उल्लंघन को देखते हुए कलेक्टर व एसपी ने पहले ही 100 मीटर की दूरी पर रैली को रोकने के प्रबंध कर लिए हैं। सीआरपीएफ के जवानों को पहले ही घंटाघर के पास बैरिकेट्स लगाकर खड़ा कर दिया गया है। ताकि मामला तूल न पकड़े। क्योंकि राकेश सिंह के नामांकन दाखिल करने के दौरान आचार संहिता की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं। इसमें एक सांसद प्रहलाद पटेल समेत तीन विधायकों व महापौर पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। मंगलवार को जिला प्रशासन ने कुछ चुनिंदा कैमरामैन व मीडिया कर्मियों को ही नामांकन कक्ष में जाने की अनुमति प्रदान की है। जिससे मीडिया कर्मियों व वहां मौजूद अधिकारियों के बीच बहस भी हुई है।
जबरदस्त फोर्स को देखते हुए कांग्रेसियों में गुस्सा तो देखा गया लेकिन कोई कुछ कर नहीं पाया है। वहीं शांति व्यवस्था की अपील करते हुए मंत्री लखन घनघोरिया, मंत्री तरुण भनोत ने कार्यकर्ताओं से सहयोग की अपील भी की है।
रोचक होगा मुकाबला
लोकसभा चुनाव 2019 का मुकाबला जोरदार व रोचक होने की संभावना है। एक ओर जहां राकेश सिंह चौथी बार सांसद बनने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं, वहीं कांग्रेस विधानसभा में मिली जीत को एक बार फिर दोहराना चाह रही है। इस बार जबलपुर लोकसभा सीट पर भाजपा-काग्रेस के चार-चार विधायक हैं। जिससे यह चुनाव बहुत ही रोचक होने वाला है।