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लोकसभा चुनाव 2019 : कुछ नहीं तो हेलिकॉप्टर ही देखने को मिल जाए

locationजबलपुरPublished: Apr 16, 2019 08:16:03 pm

Submitted by:

shyam bihari

चुनाव प्रचार में तेजी नहीं आने से निराश हैं जबलपुर के लोग

lok sabha election 2019

Helicopter

जबलपुर। तकरीबन 18 लाख की आबादी वाला जबलपुर जिला। जबलपुर शहर से प्रदेश की कांग्रेस सरकार में दो कैबिनेट में मंत्री। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह का संसदीय क्षेत्र। इस बार भी चुनाव मैदान में हैं। उनके सामने कांग्रेस के कद्दावर नेता विवेक तन्खा हैं। इसके बाद भी यहां के लोग चुनावी रंगत देखने के लिए तरस रहे हैं। हालत यह है कि लोग आपस में चर्चा कर रहे हैं कि इतनी नीरसता तो पहले कभी नहीं देखी। एक दिन पहले मुख्यमंत्री का दौरा हुआ। चौंकाने वाली तस्वीर यह थी कि तमाम लोग तो हेलिकॉप्टर देखने के लिए दौड़ लगा रहे थे। विधानसभा चुनाव में तो कई बार हेलिकॉप्टर उतरे थे। इसलिए लोगों को लग रहा है कि लोकसभा चुनाव में कुछ ज्यादा तामझाम रहेगा। लेकिन, अभी तक पूरी तरह से सूखा पड़ा है। इसलिए जैसे ही हेलिकॉप्टर उतरा, कुछ लोग उसके पास जाने के लिए परेशान हो गए। कार्यकर्ताओं ने भी उनसे वादा किया था कि बहुत बड़ा हवाई जहाज उतर रहा है। वहां, चलो एकदम करीब से देखने का मौक मिलेगा। हालांकि, हेलिकॉप्टर के पास तक जाने का मौका किसी को नहीं मिला। फिर भी लोग खुश थे कि हेलिकॉप्टर आने लगे हैं।
परेशान नेताजी भी हैं
जबलपुर शहर में चुनाव प्रचार ने तो तेजी नहीं पकड़ी है। लेकिन, सभी दलों के नेताजी परेशान जरूर हैं। सभी के पिटारे से आरोप निकल रहे हैं। अभी एक दल ने आरोप लगाया है कि चुनाव आयोग दबाव में है। वह एकपक्षीय कार्रवाई कर रहा है। नेताजी ने कहा कि उनकी तरफ से दूसरे दल के खिलाफ दर्जन भर से ज्यादा शिकायतें दी गईं, लेकिन आयोग की तरफ से कार्रवाई नहीं की गई। जबकि, दूसरे दल के नेता खुलेआम आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं। छेटे दलों के नेताजी भी पीछे नहीं हैं। वे कहते घूम रहे हैं कि यहां तो सिर्फ दो दलों की तूती बोल रही है। छोटे नेताओं की शिकायतों को कोई पूछने वाला ही नहीं है। पुलिस वाले भी उन्हें जब देखो आइना दिखा देते हैं। चुनाव आयोग भी परेशान है। उसकी बड़ी मुश्किल यह है कि प्रदेश में दूसरे दल की सरकार है। केंद्र में कोई और सरकार चला रहा है। ऐसे में आयोग की तरफ से किसी के भी खिलाफ कार्रवाई करो, दूसरी तरफ से भेदभाव का आरोप लग ही जाता है।

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