ज्योतिर्विद जनार्दन शुक्ला के अनुसार गुरु पुष्य योग में आषाढ़ शुक्ल पक्ष द्वितीया को Lord Jagannath स्वामी की रथयात्रा निकाली जाएगी। जगन्नाथ पूरी की तर्ज पर संस्कारधानी के जगदीश मंदिरों के पट 15 दिन बंद थे और भगवान को औषधियों का भोग लगाया गया। बुधवार सुबह मंदिरों के पट खुले तो दर्शन पूजन के लिए भक्तों का तांता लग रहा। आयोजकों ने दिन भर रथयात्रा की तैयारियां पूर्ण की।
11 रथों का होगा संगम
सनातन महासभा के नेतृत्व में Lord Jagannath स्वामी बलदाऊ, बहन सुभद्रा की रथयात्रा भव्यता के साथ निकाली जाएगी। संयोजक प्रवेश खेड़ा ने बताया, रथयात्रा में जगदीश मंदिर गढ़ाफाटक, जगदीश मंदिर घमंडी चौक, जगदीश मंदिर हनुमानताल, चौरसिया समाज, श्री जगन्नाथ स्वामी मंदिर सूजी मोहल्ला, इस्कॉन मंदिर, श्री बलभद्र जगन्नाथ युवा मंडल सुभाष टॉकीज, रघुनाथ मंदिर सहित 11 रथ, संकीर्तन मंडल, बैंड दल शामिल होंगे।
100 शंखों के शंखनाद से शुरू होगी 252 वीं रथयात्रा
जगदीश मंदिर गढ़ा फाटक में 252 वें वर्ष रथयात्रा निकाली जाएगी। सुबह 9 बजे एक साथ 100 शंखों की शंखनाद के साथ भगवान रथ में विराजमान होंगे। सीढिय़ों से ऊपर चढ़कर श्रद्धालु भगवान के दर्शन पूजन करेंगे। व्यवस्थापक नंदकुमार यादव ने बताया, इस बार बलदाऊ मंदिर कोतवाली में भगवान तीन दिन विश्राम करेंगे और 7 जुलाई को वापसी की रथयात्रा होगी। ट्रस्टी शिवशंकर पटेल, राकेश उपाध्याय, नीतेश पटेल, विकास, नवीन पांडेय, ज्ञानेंद्र व राजकुमार साहू देर शाम तैयारियों में जुटे रहें।
बंगभाषियों की रथयात्रा
सिटी बंगाली क्लब करमंचद चौक से शाम 5 बजे रथयात्रा शुरू होगी। रथयात्रा मालवीय चौक, सुपर मार्केट, बड़ा फुहारा, अंधरेदेव, तुलाराम चौक होते सिटी बंगाली क्लब में पहुंचेगी। आयोजन समिति के प्रकाश साहा ने बताया, रथयात्रा में आस्था और बंगाली संस्कृति की झलक दिखाई देगी।