scriptनौकरशाही के कारण चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं का नुकसान | Loss of health, medical education due to bureaucracy | Patrika News

नौकरशाही के कारण चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं का नुकसान

locationजबलपुरPublished: Dec 07, 2019 08:01:23 pm

Submitted by:

Manish garg

प्रदेश के मेडिकल कॉलेज टीचर्स ने दिया सरकार को अल्टीमेटम, सभी 13 मेडिकल कॉलेज के 33 सौ टीचर्स ने दी सामूहिक इस्तीफा देने की चेतावनी, सेंट्रल मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन की बैठक में निर्णय

health: चिकित्सा अधिकारियों का एक दिन का कटा वेतन, जानें वजह

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जबलपुर

मध्यप्रदेश के मेडिकल टीचर्स ने सरकार को सामूहिक इस्तीफे का अल्टीमेटम दिया है। टीचर्स एसोसिएशन ने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश में चिकित्सा शिक्षा के विभिन्न पदों पर बैठे नौकर शाहों के कारण स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाओं को नुकसान हो रहा है। जबलपुर में शनिवार को सेंट्रल मध्यप्रदेश मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन की बैठक में कई तरह के निर्णय हुए और सभी ने वेतन विसंगतियों के मुद्दे पर सरकार को घेरने का निर्णय लिया। मेडिकल टीचर्स ने कहा है कि सरकार यदि एक माह के भीतर उनकी समस्यायों का निराकरण नहीं करेगी तो वे सामूहिक इस्तीफा देंगे।
सातवें वेतनमान की हैं मांग-
प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेज के शिक्षकों की सातवें वेतनमान संबंधी मांग एक महीने में पूरी नहीं होने पर वे सामूहिक इस्तीफा देंगे। ये निर्णय शनिवार को शहर में सेंट्रल मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन की बैठक में हुआ। बैठक के बाद एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. सुनील अग्रवाल ने पत्रकारों से बातचीत में दी।
– सीएम तक अफसर नहीं पहुंचा रहे सही जानकारी
डॉ. अग्रवाल ने आरोप लगाया कि नौकरशाही के कारण स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र को नुकसान हो रहा है। नौकरशाही के कारण ही चिकित्सक शिक्षक वेतन-भत्ते सहित अन्य समस्याओं का निराकरण नहीं हो पा रहा है। सरकार और मुख्यमंत्री तक अधिकारी सही जानकारी नहीं दे रहे है। इससे मेडिकल कॉलेजों के शिक्षकों को इस्तीफा देने मजबूर होना पड़ रहा है। राज्य सरकार को एक महीने का समय दे रहे है। यदि मांगें पूरी नहीं कि तो ९ जनवरी, २०१९ को प्रदेश के १३ सरकारी मेडिकल कॉलेजों के ३३ सौ शिक्षक एक साथ इस्तीफा सौंप देंगे।
नई कार्यकारणी भी तय-
मेडिकल टीचर्स की परेशानियों पर चर्चा के लिए हुई बैठक में एसोसिएशन की कार्यकारिणी भी तय की गई। इसमें भोपाल के डॉ. संजीव गौर को संरक्षक, जबलपुर के डॉ. अश्विनी पाठक व इंदौर की डॉ. पूनम माथुर का उपाध्यक्ष, जबलपुर की डॉ. गीता गुइन को सह सचिव मनोनीत किया गया। बैठक में सभी १३ मेडिकल कॉलेज के टीचर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधि शामिल हुए।
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