जबलपुर के लार्डगंज थाना अंतर्गत भूलन के पास 26 अक्टूबर की रात ऑटो चालक अवध नरेश तिवारी उर्फ शिवा (38) की हत्या उसकी हुई थी। खुलासा हुआ तो पता चला कि हत्या उसकी प्रेमिका ने 35 हजार रुपए सुपारी देकर कराई थी। हत्या करने वाला 17 वर्षीय नाबालिग है। महिला अवैध तरीके से शराब बेचती थी। शिवा ही शराब बिकवाता था। महिला शिवा के शारीरिक शोषण से परेशान थी।
शिवा जबलपुर शहर में किराए से रहता था। वह 12 साल से गढ़ा क्षेत्र में अवैध रूप से शराब बेचने वाली महिला के सम्पर्क में था। दोनों में प्रेम हो गया था। महिला के बच्चे छोटे थे। इसलिए कोई परेशानी नहीं थी। बच्चे बड़े हो गए, तो विरोध करने लगे। उनके विरोध के कारण महिला ने शिवा को घर आने से मना किया था, लेकिन वह नहीं माना। महिला ने एक-दो लोगों से शिवा की हत्या करने की बात की, लेकिन वे नहीं माने, तब महिला ने अपने देवर के घर में किराए से रहने वाले 17 वर्षीय नाबालिग से सम्पर्क किया। उसने हत्या के बदले 50 हजार रुपए मांगे। महिला ने 35 हजार रुपए दिए। नाबालिग ने शिवा की गर्दन के नीचे और पेट पर चाकू से वार किए। शिवा को मृत समझ वह भाग गया। अस्पताल में शिवा की मौत हो गई।
सिर में पिस्टल सटाकर गोली मारी
जबलपुर के ही गोहलपुर थाना अंतर्गत अमखेरा बस्ती नम्बर-2 में जमीन विवाद ने खूनी रंग ले लिया। यहां कांग्रेस नेता की जान चचेरे भाई ने ले ली। आरोपी ने बेहद सनसनीखेज अंदाज में सिर में पिस्टल सटाकर फायर किया। गोली सिर को चीरते हुए आंख के पास से बाहर निकली। घायल ने कुछ देर बाद निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिस के अनुसार भरत कुशवाहा (38) कांग्रेस में शास्त्री ब्लॉक के पूर्व महामंत्री थे। वे प्रॉपर्टी डीलर का काम करते थे। वे शुक्रवार को एक अन्य चचेरे भाई भोला कुशवाहा के प्रिंटिंग प्रेस के सामने बैठे थे। तभी उनका दूसरा चचेरा भाई राजाराम पहुंचा और पीछे से भरत के सिर में पिस्टल से गोली चला दी। उन्हें गम्भीर हालत में दमोहनाका स्थित निजी अस्पताल ले जाया गया। वहां कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई। उधर, फायर करने के बाद भाग रहे आरोपी राजाराम को वहां मौजूद लोगों ने पुलिस के सुपुर्द कर दिया। राजाराम का अपनी दो बहनों भगवती और द्रोपदी बाई से आठ हजार वर्ग फीट प्लॉट के मालिकाना हक को लेकर कोर्ट में केस चल रहा है। राजाराम इस प्रॉपर्टी में सिर्फ भाई रामलाल को हिस्सा देना चाहता था। भरत के बड़े भाई तेजीलाल अधिवक्ता हैं। राजाराम को संदेह था कि भरत के उकसाने पर उसकी बहनों ने कोर्ट में मालिकाना हक का केस दायर किया है। इससे वह भरत से रंजिश रखता था। गुरुवार को भी उनमें कहासुनी हुई थी।