शुक्रवार की रात को तेज बारिश का दौर जैसे ही शुरू हुआ। शहर के जलभराव वाले क्षेत्रों के रहवासी सिहर उठे। हलांकि बारिश बीच-बीच में धीमी होती रही। जिससे जलभराव की स्थिति नहीं रही। मदनमहल अंडर ब्रिज, गंगासागर तालाब के पास, स्नेह नगर, नरघैया सहित कई स्थानों पर नाले उफान पर आ गए थे। मौसम विभाग के अनुसार अधिकतम तापमान 30.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री रेकॉर्ड किया गया। आद्र्रता सुबह के समय 95 प्रतिशत और शाम को 85 प्रतिशत थी। उत्तर-पश्चिम हवा दो किमी प्रतिघंटा की औसत गति से चली। मौसम विभाग के वैज्ञानिक सहायक देवेन्द्र तिवारी के अनुसार अभी बारिश का जो सिस्टम है वह शनिवार तक प्रभावी रहेगा। इसके बाद बारिश का फिर नया सिस्टम बन रहा है। जिसेस तेज बारिश होने का पूर्वानुमान है।
बरगी डैम के 5 गेट से छोड़ा जा रहा 975 क्यूमेक पानी
बरगी डैम के कै चमेंट में बारिश कम होने के साथ ही डैम में पानी की आवक घटने लगी है। डैम का जल स्तर सुरक्षित सीमा तक बनाए रखने के लिए पांच गेट से अतिरिक्त पानी की निकासी की जा रही है। साथ ही पावर हाउस व दांयी तट नहर में भी पानी छोड़ा जा रहा है। डैम कं ट्रोल रूम की टीम पानी की आवक व कैचमेंट इलाके के मौसम पर लगातार नजर रख रही है। डैम से पानी की निकासी कम होने के कारण ग्वारीघाट, तिलवाराघाट, लम्हेटाघाट व भेड़ाघाट समेत सभी प्रमुख तटों में जल स्तर तेजी से घट रहा है। डैम कं ट्रोल रूम के कार्यपालन यंत्री अजय सूरे ने नर्मदा के तटवर्ती क्षेत्रों के रहवासियों को बहाव क्षेत्र के समीप न जाने कहा है। उन्होंने बताया कि डैम में पानी की आवक बढऩे पर गेट से पानी की निकासी बढ़ाई भी जा सकती है।
05 गेट खुले हैं 1 मीटर
05 क्यूमेक पानी छोड़ा जा रहा दांयी तट नहर से
200 क्यूमेक पानी छोड़ा जा रहा पावर हाउस में
1100 क्यूमेक पानी की आवक
422.50 मीटर मौजूदा जल स्तर