लिक्विड की कमी से जूझ रहे ऑक्सीजन प्लांट के लिए मंगलवार की रात को राहत लेकर ऑक्सीजन एक्सप्रेस पहुंची। ऑक्सीजन एक्सप्रेस से 10 मीट्रिक टन लिक्विड शहर पहुंची, परंतु इसके बाद भी हालात नहीं सुधरे हैं। तीनों प्लांट को प्रतिदिन जरूरत के हिसाब से 40 से 50 टन ऑक्सीजन की आवश्यकता है, सडक़ मार्ग से टैंकर नहीं आ पाए। जिस कारण एक प्लांट बंद हो गया। शहर के दो ऑक्सीजन प्लांट से ही मंगलवार को ऑक्सीजन आपूर्ति हुई।
कटनी से दो टुकड़े में बंट गई एक्सप्रेस
प्रदेश के लिए पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस बोकारो से मंगलवार की सुबह साढ़े पांच बजे छह टैंकर लिक्विड ऑक्सीजन लेकर रवाना हुई। इसे जल्दी पहुंचाने के लिए रेलवे ने ग्रीन कॉरिडोर बनाया। पश्चिम मध्य रेल के न्यू कटनी जंक्शन पहुंचने के बाद ऑक्सीजन एक्सप्रेस दो टुकड़े में बंट गई। एक टैंकर लेकर इंजन भेड़ाघाट स्टेशन पहुंचा। शेष पांच टैंकर लेकर एक्सप्रेस मकरोनिया स्टेशन पहुंची। जहां तीन टैंकर अनलोड होने के बाद बचे दो टैंकर लेकर मंडीदीप रवाना हुई।
बोकोरा से मध्य प्रदेश के लिए रवाना की गई पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस रात में शहर पहुंची। इस एक्सप्रेस में लिक्विड ऑक्सीजन के छह टैंकर है। एक टैंकर भेड़ाघाट स्टेशन में अनलोड हुआ है। बाकी टैंकर मकारोनिया और मंडीदीप में अनलोड होंगे।
– राहुल जयपुरियार, मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी, पश्चिम मध्य रेल