संकट में सरोवर: कई एकड़ में पहले ही हो चुका है अतिक्रमण
महानद्दा तालाब में किसने पूर दिया कई ट्रक मलबा? चार दिन बाद भी नहीं लगा सुराग
ऐसे में बड़ा सवाल उठ रहा है कि आखिर तालाब में कई ट्रक मलबा कहां से आया? तालाब के कई एकड़ में फैला है अतिक्रमण महानद्दा तालाब सरकारी रिकॉर्ड में निजी मद में दर्ज है। इसका रकबा 5.56 हेक्टेयर है। एनजीटी की गाइड लाइन के अनुसार नदी, तालाब, पहाड़ के स्वरूप में बदलाव नहीं किया जा सकता है। ऐसे में महानद्दा तालाब निजी होने के बावजूद उसकीजलराशि के स्वरूप से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। इसके बावजूद तालाब के बड़े हिस्से को पूर्व में ही पूरा जा चुका है। साढ़े पांच हेक्टेयर से भी ज्यादा रकबे वाले इस तालाब के कई एकड़ रकबे पर पूर्व में ही अतिक्रमण हो चुके हैं।
तालाब की जमीन हड़पने की साजिश
महानद्दा तालाब की जमीन हड़पने की पूर्व में भी साजिश होती रही है। भूमाफिया से लेकर बिल्डर और नेताओं पर इसे लेकर आरोप लगते रहे हैं। इसके बावजूद प्रशासन के जिम्मेदार तालाब को सुरक्षित करने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं।
कार्रवाई की जाएगी
महानद्दा तालाब में मलबा किसने डाला है, इसकी जांच की जा रही है। ऐसा करने वाले की पुख्ता जानकारी मिलने पर उसके विरुद्ध नियम सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
– अनूप श्रीवास्तव, तहसीलदार, गोरखपुर
20 फीट चौड़े नाले को कर दिया संकरा
मदन महल स्टेशन के सामने लिंक रोड को जोडऩे वाला 20 फुट चौड़ा मुख्य नाला खुला हुआ है। उसके कुछ हिस्से को संकरा कर दिया गया है। इससे आने वाले समय में जलभराव की स्थिति बन सकती है। चौड़े नाले के दोनों ओर मिट्टी पूर दी गई है और बीच में पुलिया डाल कर उसकी चौड़ाई चार फिट कर दी गई है। इस सम्बंध में नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी भी कोई संतोष जनक जवाब नहीं दे रहे हैं। दूसरी ओर कहा जा रहा है कि फ्लाई ओवर निर्माण कम्पनी ने पानी निकासी रोकने के लिए पाइप डाला है। इस सम्बन्ध में नगर निगम व पीडब्लू विभाग के जिम्मेदार अधिकारी भी कोई जवाब नहीं नहीं दे रहे हैं।