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महाशिवरात्रि पर आज दूध-जल से होंगे शिव अभिषेक, लगेंगे 56 भोग

locationजबलपुरPublished: Feb 13, 2018 01:29:20 am

Submitted by:

sanjay umare

शिवालयों में हुई भव्य सजावट, अद्र्धरात्रि में लग्न अभिषेक से शिव विवाह उत्सव

Shiva is pleased with Jalabhishek in Savannah

Shiva is pleased with Jalabhishek in Savannah

जबलपुर. संस्कारधानी में मंगलवार को महाशिवरात्रि में शिव-पार्वती विवाह का उत्सव और भक्ति का संगम दिखेगा। एक दिन पहले ही शिवालयों में सजावट की गईं, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बैरिकेडिंग व टेंट की व्यवस्था की गईं। भगवान शिव का दूल्हे के रूप में श्रंगार किया जाएगा और सूर्योदय के पहले अभिषेक-पूजन शुरू हो जाएगा।

ज्योतिर्विद जनार्दन शुक्ला के अनुसार महाशिवरात्रि में निशीथ काल यानी रात्रि के मुहूर्त का विशेष महत्व है। फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि मनाई जाती है। मंगलवार को चतुर्दशी का आरम्भ रात 10.32 बजे होगा और पूरी रात रहेगी। जबकि निशीथकाल रात ११ से एक बजे के बीच होगी। बुधवार को चतुर्दशी रात 12.56 बजे तक ही है। नगर पंडित सभा ने मंथन कर मंगलवार को महाशिवरात्रि का मुहूर्त माना है।

महिला श्रद्धालु भगवती पार्वती को श्रंगार सामग्री अर्पित करेंगी। एक दिन पहले ही जगह-जगह शिव पूजन सामग्री बेलपत्र, नारियल, धतुरा का फल, फूल आदि की दुकानें लग गई। गुप्तेश्वर महादेव मंदिर में सोमवार रात 12 बजे लग्न अभिषेक हुआ और सुबह चार बजे महाकाल की तर्ज पर भस्म श्रृंगार किया गया। ग्वारीघाट स्थित साकेतधाम में रामेश्वरम महादेव का पाटोत्सव मनाया जा रहा है। पाटबाबा मंदिर परिसर स्थित शिव मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर लम्हेटाघाट, देवताल पहाड़ी स्थित शिव मंदिर, शिव मंदिर बड़ा फुहारा, जिलहरी घाट के प्रेमानंद आश्रम स्थित प्राचीन शिव मंदिर, नर्मदेश्वर महादेव तिलवाराघाट, शंकराचार्यमठ तिलवाराघाट स्थित शिव मंदिर एवं कांच मंदिर जिलहरी घाट में अनुष्ठान किए जा रहे हैं।

शिव-पार्वती को लगी हल्दी, कल लेंगे फेरे
भरतीपुर स्थित मंदिर में शिव-पार्वती विवाह की रस्मों के साथ उत्सव मनाया जा रहा है। बुधवार को शिव बारात व झांकियां निकाली जाएंगी। बारात के बाद शिव-पार्वती फेरे लेंगे। मंदिर समिति के अध्यक्ष सुशील सोनकर ने बताया कि सोमवार रात आठ बजे मांगरमाटी, हल्दी की रस्म हुई। मंगलवार को वर-वधु पक्ष मातृका पूजन करेंगे।

निकलेगी बारात
साकेतधाम रामेश्वरम़् महादेव का महारुद्राभिषेक मंगलवार सुबह नौ बजे शुरू होगा। दोपहर 12 बजे संत पूजन व सम्मान समारोह होगा। शाम चार बजे संत समागम होगा, कवियत्री कविता तिवारी की प्रस्तुति होगी। रात चारों प्रहर पूजन, अभिषेक व बुधवार को शिवजी की बारात निकाली जाएगी।

गैबीनाथ मंदिर में जलाभिषेक
गोंडवाना कालीन गैबीनाथ मंदिर, पिसनहारी मढि़या से श्रद्धालुआें की टोली कांवड़ यात्रा निकालेगी। रुद्राभिषेक सेवा समिति के बीपी अवस्थी ने बताया कि मंदिर में स्वयंभू शिवलिंग हैं। राम चरित मानस का अखंड पाठ प्रारंभ हो गया है। अभिषेक पूजन के साथ शिव-पार्वती पर आधारित सम्पुट से उपासना की जाएगी।

भोलनाथ के दर्शन
विजयनगर स्थित कचनार सिटी में 76 फीट ऊंची भगवान शिव प्रतिमा है। मुख्य पुजारी सुरेन्द्र दुबे ने बताया कि मंगलवार को अभिषेक होगा। दो दिवसीय अनुष्ठान होंगे। मंदिर की गुफा में द्वादस ज्योतिर्लिंग एवं आत्मलिंगेश्वर का अभिषेक किया जाएगा।

चौसठ योगिनी मंदिर
भेड़ाघाट स्थित चौसठ योगिनी मंदिर के केन्द्र में विराजित भगवान की प्रतिमा अनूठी है। जानकार बताते हैं कि यह विश्व की पहली ऐसी दुर्लभ प्रतिमा है, जिसमें भगवान शिव-पार्वती के साथ अपने वाहन नंदी पर सवार दिखाई दे रहे हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि चौसठ योगिनियां उनका पहरा दे रही हैं। गोलकीमठ के नाम से ख्यात यह स्थान कभी तंत्र साधना का मुख्य केन्द्र रहा। विदेशों से भी शोधार्थी यहां आते थे। आठवीं सदी की इस प्रतिमा के दर्शन के लि शिवरात्रि ?ि पर मेले जैसा माहौल रहता है।

पशुपतिनाथ मंदिर
पशुपति नाथ मंदिर में पंच आकृतियों का दर्शनलम्हेटाघाट के समीप गोपालपुर स्थित पशुपति नाथ मंदिर में शिवरात्रि पर विशेष अनुष्ठान होते हैं। पुजारी रामचंद्र तिवारी के अनुसार यह मंदिर वैदिक कालीन है। विशेष बात यह है कि यहां विशाल शिव ***** में पांच आकृतियां दिखाई देती हैं। शिव ***** में ही माता गौरी, भगवान गणेश, कार्तिकेय और शेष नाग की आकृति उभरी हैं, जो इस स्थल को सबसे अलग बनाती है।

रामेश्वरम् महादेव के उपलिंग की पूजा
गुप्तेश्वर महादेव मंदिर के महंत स्वामी डॉ. मुकुंद दास ने बताया कि कोटि रुद्र संहिता के अनुसार गुप्तेश्वर महादेव रामेश्वरम् के उपलिंग हैं। साकेतवासी स्वामी रामचंद्र दास ने नब्बे के दशक में गुफा को संरक्षित कराया। महाशिवरात्रि पर्व में सुबह सात बजे मंगला आरती, दोपहर 12 बजे 56 भोग से भगवान का राज भोग लगेगा। रात आठ बजे राज राजेश्वर श्रृंगार व दर्शन, रात 10 बजे महाआरती की जाएगी। शिव भजन संध्या होगी।

पारदेश्वर शिवलिंग
गीताधाम मंदिर में जगद्गुर डॉ. स्वामी श्यामदेवाचार्य के सान्निध्य में पारदेश्वर महादेव का अभिषेक होगा। स्वामी नरसिंहदास ने बताया कि महंत स्वामी रामचंद्र दास शास्त्री ने 1990 में पारदेश्वर शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा की थी।

मेला लगेगा
कैलाशधाम, मटामर में महाशिवरात्रि पर दो दिवसीय मेले का आयोजन किया जाएगा। विजय जायसवाल ने बताया कि प्राचीन मंदिर के काफी संख्या में श्रद्धालु पूजन अर्चन करते हैं।

गूंजे भक्ति गीत
गुजराती नवजीवन मंडल के तत्वावधान में महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर ककरेटा नाहन मंदिर में भक्तिमय गीतों की प्रस्तुति हुई। इस मौके पर सुरेश पवारू, हंसाबेन शाह, चित्राबेन खोडियार, केएल सोनी व प्रो एचबी पालन मौजूद थे।

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