लेमनग्रास मुख्य रूप से उत्तर भारत में उगाई जाने वाली घास है, जो सेहत के लिए भरपूर फायदेमंद होती है। लेमनग्रास anti-oxidant और एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर होती है, जो कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से आपको बचाए रखने में मददगार होती है। वहीं दिमाग को तेज करने के लिए भी बेहतर औषधि है। शरीर के विभिन्न हिस्सों में होने वाले दर्द को समाप्त करने के लिए इसकी चाय पीना लाभकारी हो सकता है। सिरदर्द और जोड़ों के दर्द में इसका बेहतर परिणाम मिलता है।
नींबू घास का उपयोग आयुर्वेद के जमाने से किया जाता रहा है। इसमें विटामिन सी होता है जो श्वसन संबंधी परेशानियों को कम करने के लिए उपयोगी है। लेमन ग्रास नर्वस सिस्टम, त्वचा और रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए भी लाभकारी होता है यह डायबिटीज, मोटापा, कैंसर जैसी बीमारियों से शरीर की रक्षा करता है। इस उपयोगी घास के स्वास्थ्य लाभ, औषधीय गुण जानकर आप हैरान रह जाएंगे। पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे पेट दर्द, गैस, कब्ज, अपच, मिचली, उल्टी में इसके प्रयोग से बेहतर परिणाम मिलते हैं। आयरन से भरपूर होने के कारण नींबू घास का उपयोग एनीमिया के रोगियों के लिए लाभकारी होता है। इसके नियमित प्रयोग से शरीर में आयरन की कमी दूर हो जाती है। इसके साथ ही इसका नियमित प्रयोग मानसिक समस्याओं से भी निजात दिलाता है और शरीर के आंतरिक भागों की सफाई में भी मददगार है।
पेट संबंधी बीमारियों को दूर करने मदद मिलती है
लेमन ग्रास स्वास्थ्य के लिए एक उपयोगी घास है। इसके प्रयोग से पेट श्वसन संबंधी बीमारियों का खतरा कम होता है। साथ ही इससे बुखार, दर्द, संक्रमण और सूजन जैसी बीमारियों का इलाज करने में भी मदद मिलती है। इसमें पर्याप्त मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-बायोटिक गुण पाए जाते हैं। यह कोलेस्ट्रोल लेवल को कम करने में मदद करता है।
तंत्रिका तंत्र को बनाता है मजबूत
nervous system के लिए नींबू घास एक टॉनिक का काम करती है। इसका सेवन तंत्रिका तंत्र संबंधी बहुत सारी समस्याओं का निदान करने में मदद करता है। यह सिर दर्द और माइग्रेन के कारण होने वाले सिर दर्द को कम करने में मदद करता है। रक्त संचार को सही करता है, जिससे मसल्स को आराम मिलता है।
वसा को जमने से रोकता है
इसमें वसा को जमा होने से रोकने का गुण होता है और मेटाबॉलिज्म को मजबूत करने में मदद करता है। इसलिए नींबू घास का प्रयोग वजन कम करने में मददगार साबित होता है।
तनाव और दर्द से राहत
यह सेरोटोनिन hormone के स्तर को बढ़ाता है, जिससे तनाव को कम करने में मदद मिलती है। नींबू घास की चाय पीने से मसल्स के दर्द में आराम मिलता है। इसके उपयोग से अर्थराइटिस के दर्द को कम किया जा सकता है।
गर्भवती महिलाओं और फेफड़े से संबंधी रोगी के लिए नुकसानदायक
स्तनपान कराने वाली और गर्भवती महिलाओं के लिए यह घास हानिकारक होती है। इसका बच्चे के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए प्रेगनेंसी के दौरान इसका सेवन नहीं करना चाहिए। लेमन ग्रास फेफड़ों में संक्रमण पैदा कर सकती है। लेमन ग्रास को सूंघने से कुछ लोगों को फेफड़ों के संक्रमण की समस्या हो जाती है।