117 दावा-आपत्तियों पर सुनवाई
निवेश क्षेत्र में जो 62 गांव शामिल किए जा रहे हैं उन पर आए दावे-आपत्तियों पर गुरुवार को सुनवाई की गई। पहले दिन सौ से ज्यादा मामलों में सुनवाई की गई। टीएनसीपी कार्यालय में संयुक्त संचालक आरके सिंह ने सुबह 11 से शाम 6 तक सुनवाई की। इस दौरान सुनवाई में पहुंचे 80 प्रतिशत लोगों ने अपनी जमीन का लैंड यूज आवासीय करने की मांग की। वर्तमान में इनका लैंड यूज कृषि है। इसी तरह से 20 प्रतिशत मामलों में गांव को निवेश क्षेत्र में शामिल न करने कहा गया।
निवेश क्षेत्र में जिन 62 गांव को शामिल किया जाना है उन पर दो सौ से ज्यादा आपत्ति व सुझाव आए थे। उनमें से सौ से ज्यादा की सुनवाई पहले दिन की गई। बाकी की सुनवाई शुक्रवार को होगी। इसके बाद प्रस्ताव तैयार कर प्रदेश शासन को भेजा जाएगा। ये प्रिंट डिजिटल मास्टर प्लान में शामिल किए जाएंगे।
– आरके सिंह, संयुक्त संचालक, टीएनसीपी
अब तक लागू मास्टर प्लान की अवधि
1980-1991
पहला मास्टर प्लान
1998-2005
दूसरा मास्टर प्लान
2008-2021
तीसरा मास्टर प्लान
यह है स्थिति
– 2.50 लाख भवनों के फु ट प्रिंट लिए
– 62 गांवों के फु ट प्रिंट लिए जाएंगे
– 75 हजार से ज्यादा भवनों के फु ट प्रिंट लिए जाने का अनुमान
– 3 लाख से ज्यादा हो जाएंगे फु ट प्रिंट
– 109 गांव थे पहले निवेश क्षेत्र में
– 245 वर्ग किलोमीटर निवेश क्षेत्र था
– 62 नए गांव निवेश क्षेत्र में होंगे शामिल
– 171 गांव हो जाएंगे अब निवेश क्षेत्र में
– 210 आपत्ति व सुझाव आए थे नए निवेश क्षेत्र पर
– 117 मामलों पर हुई सुनवाई