माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षा में हाल ही में सामने आई लापरवाही के बाद अब प्राइमरी कक्षा में गफलत सामने आई। 5 वीं कक्षा में कुछ स्कूलों में शिक्षकों ने आंखे मूंदे गणित पेपर की जगह पर्यावरण पेपर छात्रों को बांट डाला। कई छात्रों ने पेपर भी हल कर डाला। जब शिक्षकों को इस बात का पता चला तो आनन फानन में गणित के प्रश्न पत्रों की व्यवस्था कर दोबारा परीक्षा कराई गई। इस तरह की लापरवाही तमरहाई संकुल अंतर्गत कुछ स्कूलों में सामने आई। वही तेवर संकुल के अंतर्गत भी गलत पेपर खुलने की खबर विभाग के पास पहुंची। यह परीक्षा सुबह की पॉली में आयोजित की गई थी। शिक्षकों की लापरवाहीइस गफलत में शिक्षकों की लपरवाही देखी जा रही है। क्योंकि उन्हें प्रश्न पत्रों के लिफाफे खोलने के पहले चैक करने के निर्देश हैं। क्योंकि 5 वीं कक्षा की परीक्षा भले ही बोर्ड न हो लेकिन बोर्ड पैटर्न आधारित ली जाती है। लेकिन लापरवाह शिक्षकों ने प्रश्न पत्रों को चैक किए बिना है छात्रों को बांट डाला और छात्रों ने प्रश्न भी हल कर दिए।
प्रिटिंग की गलती पर ठीकरा
विभाग के अधिकारियों ने अपनी गलती छुपाने के लिए इसे प्रिंटिंग की गड़बड़ी पर डाल दिया गया। विभाग ने कहा कि जहां से प्रश्न पत्र प्रिंट होकर आए हैं वहां गणित के लिफाफे में पर्यावरण के पेपर भी डाल दिए गए थे। शिक्षकों ने लिफाफे के उपरी कवर को देखकर बांटना शुरू कर दिए।
1652 स्कूलों में दोबारा परीक्षा
गफलत के चलते लीक हुए प्रश्न पत्र अब दोबारा पूरे जिले के स्कूलों में आयोजित किया जाएगा। पर्यावरण विषय का पेपर लीक होने की सूचना भोपाल राज्य शिक्षा केंद्रा को भेज दी गई है। नए सिरे से 5वीं कक्षा के लिए प्रश्न पत्र तैयार किए जाएंगे। 15मार्च को यह पेपर जिले के 1652 स्कूलों में दोबारा लिया जाएगा। विदित हो कि 5वीं कक्षा में करीब 18हजार 320 छात्र परीक्षा दे रहे हैं।
-पैकट में गड़बड़ी के चलते गणित की जगह पर्यावरण का पर्चा बांट दिया गया। भोपल वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। नए सिरे से दोबारा प्रश्न पत्र तैयार कर परीक्षा आयोजित की जाएगी।
-आरपी चतुर्वेदी, जिला परियोजना समन्वयक