फिलहाल 60-60 सीट
ये कोर्स फिलहाल 60-60 सीट से शुरू किए जाएंगे। इसके बाद बढ़ाकर 100-100 सीट की जाएंगी। मैकेटानिक्स कोर्स को इलेक्ट्रानिक्स एवं मैकेनिकल का संयुक्त वर्जन होगा। जबकि आर्टिफिशियिल इंटेलीजेंसी डेटा साइंस की सभी कार्यों में बढ़ती आवश्यकता को देखते हुए छात्रों के लिए बेहद उपयोगी होगा। बीटैक इन मैकेटानिक्स एवं बीटैक इन आॢटफिशयल इंटेलीजेंसी का चार वर्षीय पाठयक्रम होगा। कॉलेज में अध्ययन के लिए नए कक्ष और अन्य तकनीकी सुविधाएं तैयार कराई जा रही हैं।
तेजी से बढ़ रही डिमांड
इलेक्ट्रानिक्स विभाग के प्रमुख डॉ. प्रशांत जैन कहते हैं कि ये दोनों विषय आज के समय के अनुसार आधुनिक हैं। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसे विषयों की डिमांड बढ़ी है। एक तरह से इंसानों की तरह कम्प्यूटरों का काम करना है अर्थात किसी मशीन से जो हम पूछेंगे वह उसकी जानकारी दे देगा। मैकोटॉनिक्स में इलेक्ट्रानिक्स, रोबोटिक, कम्प्यूटर आदि का समायोजन है। इन दोनों का दायरा देश और विदेशों में है। रोजगार के अवसर की बेहतर गुंजाइश है।
वर्तमान आवश्यकताओं और जरूरतों को देखते हुए हम दो नए पाठयक्रमों को शुरू करने जा रहे हैं। सभी आवश्यक तैयारियां कराई जा रही हैं। शासन स्तर पर अनुमति मिल चुकी है।
– डॉ. एके शर्मा, प्राचार्य, जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज