बिना मान्यता और सम्बद्धता के दिया था प्रवेश
सत्र 2018-19 में कुछ नर्सिंग कॉलेजों ने बिना मान्यता और सम्बद्धता के छात्र-छात्राओं को नर्सिंग के यूजी और पीजी पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिया था। इन कॉलेजों के प्रकरण पर विवि के तत्कालीन जिम्मेदार अधिकारियों ने लचीला रुख अपनाया। सम्बद्धता नहीं होने के बावजूद कुछ निजी कॉलेज के संचालकों की मिलीभगत से कोरोना काल की आड़ में नर्सिंग के स्नातक कक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित किए। अनियमितता पर कार्रवाई नहीं होने से आगे भी गड़बड़ बढ़ती गई। कानूनी पेचीदगी में उलझे प्रकरणों को नजरअंदाज करके एमएससी नर्सिंग के परिणाम भी जारी कर दिया गया।
सत्र 2018-19 में कुछ नर्सिंग कॉलेजों ने बिना मान्यता और सम्बद्धता के छात्र-छात्राओं को नर्सिंग के यूजी और पीजी पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिया था। इन कॉलेजों के प्रकरण पर विवि के तत्कालीन जिम्मेदार अधिकारियों ने लचीला रुख अपनाया। सम्बद्धता नहीं होने के बावजूद कुछ निजी कॉलेज के संचालकों की मिलीभगत से कोरोना काल की आड़ में नर्सिंग के स्नातक कक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित किए। अनियमितता पर कार्रवाई नहीं होने से आगे भी गड़बड़ बढ़ती गई। कानूनी पेचीदगी में उलझे प्रकरणों को नजरअंदाज करके एमएससी नर्सिंग के परिणाम भी जारी कर दिया गया।