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Medical University: सौ करोड़ के प्राजेक्ट अटके, पूरा होने के लिए मिल रही है ‘तारीख पर तारीख’

locationजबलपुरPublished: Aug 18, 2019 06:57:26 pm

Submitted by:

reetesh pyasi

मेडिकल में छात्रों और मरीजों की सुविधाएं बढ़ाने की कवायद में रोड़ा

Medical University

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जबलपुर। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में नए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने में पीडब्ल्यूडी के प्रोजेक्ट इम्प्लीमेंटशन यूनिट (पीआइयू) की ढिलाई से छात्र-छात्राओं और मरीजों को कई नई सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। नए भवनों के निर्माण से एमबीबीएस की सौ सीटें बढऩे के साथ ही मरीजों के वार्ड और बिस्तर बढ़ेंगे। उपचार की नई सुविधा भी शुरू करने का प्रस्ताव है। लेकिन, पीआइयू की निगरानी में चल रहे तकरीबन सभी निर्माण कार्य डेडलाइन से बेहद पीछे चल रहे है। भवनों को ड्रॉइंग, डिजाइन से लेकर निगरानी के लिए पीआइयू छह प्रतिशत की दर से कंसल्टेंसी शुल्क वसूल रही है। लाखों रुपए की रकम जमा कराने के बाद भी सौ करोड़ रुपए से अधिक लागत वाले प्रोजेक्ट का एक भाग भी समय पर तैयार नहीं हुआ है। मंत्रियों से लेकर अधिकारियों की फटकार के बाद भी प्रोजेक्ट अटके हैं। इनकी डेड लाइन छह महीने पहले समाप्त हो चुकी है।

106 करोड़ के सात से ज्यादा कार्य –
एमबीबीएस सौ की सीटों में वृद्धि के लिए कॉलेज में बुनियादी सुविधाएं जुटाने के लिए लगभग 106 करोड़ की योजना बनाई गई थी। इसके तहत एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक और हॉस्पिटल बिल्ंिडग का एक्सटेंशन होना है। छात्र-छात्राओं के लिए नए छात्रावास, चार मंजिला एकेडेमिक ब्लॉक, बिजली का सब स्टेशन, एप्रोच रोड बनना है। इसमें कोई भी कार्य अभी तक पूरा नहीं हुआ है।

बदल गई दो ठेका कंपनी –
पीआइयू की नियंत्रण में वर्ष 2017 में शुरू हुए इस प्रोजेक्ट में अभी तक दो कंपनियां बदल चुकी हैं। पहली बार जारी निविदा में कांट्रेक्ट हासिल करने वाली कंपनी पूरे दो साल की अवधी में ढिलाई बरतती रही। प्लंथ का काम भी पूरा न कर सकी। दोबारा टेंडर के बाद आई कंपनी भी आधा काम छोड़कर भाग गई। अब तीसरा ठेकेदार ढूंढ़ा गया है।
कंपनी को डेडलाइन
फरवरी, 2017 में निर्माण कार्य की शुरुआत।
फरवरी, 2019 तक भवन निर्माण पूरा होना था।
नवम्बर, 2019 तक निर्माण करने की नई तिथि।

अभी ये है स्थिति
हॉस्टल के भवन का काम 80 प्रतिशत तक हुआ। फिनिशिंग, बिजली, पानी व्यवस्था बाकी।
ऐकेडमिक/एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक के भवन की प्लिंथ और कुछ कॉलम स्ट्रक्चर ही तैयार हो पाया है।
हॉस्पिटल की एक्सटेंशन बिल्डिंग के प्लिंथ और कॉलम बनें है। इसका काफी काम होना बाकी है।
धनवतंरि नगर चौराहा की ओर से सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की ओर बनने वाली रोड का निर्माण नहीं।
बिजली के नए सब स्टेशन के लिए अस्पताल के पीछे की ओर जमीन तय। निर्माण कार्य अधूरा।
मेडिकल कॉलेज के प्रोजेक्ट में विलम्ब हुआ है। इसके लिए कांट्रेक्टर को ब्लैक लिस्टेड किया गया है। नए सिरे से निविदा प्रक्रिया कर दी गई है। कांट्रेक्टर काम अधूरा छोड़ कर भाग रहे हैं। कंसल्टेंसी शुल्क का प्रावधान विभागीय व्यवस्था के तहत है।
आरके गुप्ता, चीफ इंजीनियर, पीडब्ल्यूडी
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