दहशत में लोग
रात में अचानक फायरिंग और पथराव के समय लोग घरों में बैठे टीवी देख रहे थे। सभी बाहर निकले तो गली में बदमाश तलवार, बका व पिस्टल व कट्टा लहरा रहे थे। वहीं अंकुर के मकान से बदमाशों के फायरिंग के जवाब में पथराव किया जा रहा था। कॉलोनी के लोग भी दहशत में घर के अंदर हो गए।
आधे घंटे तक चलता रहा उपद्रव
बदमाशों का आधे घंटे तक उपद्र चलता रहा। मोहल्ले के लोगों ने डायल-100 पर सूचना दी। गोरखपुर पुलिस ने गढ़ा क्षेत्र का विवाद बताते हुए वहां खबर दी। पुलिस को घटनास्थल खोजने में आधे घंटे लग गए। तब तक बदमाश वहां से भाग चुके थे।
गढ़ा थाने के सिपाही लखन का फिर उछला नाम
इस पूरे विवाद में गढ़ा थाने की पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं। अंकुर की मां चीख-चीख कर आरोप लगा रही थी कि गढ़ा थाने में पदस्थ आरक्षक लखन ठाकुर का बदमाशों को संरक्षण देता है। वह उसके बेटे पर सट्टे के पैसे वसूली करने का दबाव डाल रहा था।