रद्दी चौकी में सीएए के विरोध में महिलाओं का प्रदर्शन समाप्त कराने के लिए गुरुवार को कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया की पहल गुटबाजी की भेंट चढऩे के बाद से तनाव बना हुआ है। इसे देखते हुए अधारताल, गोहलपुर, ओमती व हनुमानताल क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। एसपी अमित सिंह सहित एएसपी अमृत मीणा व डॉ. संजीव उईके ने गुरुवार पूरी रात रद्दी चौकी में कैम्प किया। शुक्रवार को चारों थाना क्षेत्रों में 64 प्वाइंटों चिन्हित कर पुलिस बल तैनात किया गया। पुलिस ने किसी को भी एकत्र नहीं होने दिया। दोपहर दो बजे से रदृदी चौकी में चल रहे प्रर्दशन स्थल पर महिलाओं का जमावड़ा शुरू हुआ, तो पुलिस ने बेरीकेड लगाकर प्रदर्शन की हदबंदी कर दी। वहां कोड रेड सहित महिला पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है।
अफसरों का दावा- इंटरनेट बंद करने की रणनीति रही कारगर
पुलिस-प्रशासन के अफसरों का दावा है कि मुस्तैदी और इंटरनेट पर रोक लगाने की रणनीति कारगर रही। दोपहर में धर्मस्थलों से निकलने वाली भीड़ को पुलिस ने कहीं भी न तो एकजुट होने दिया और न रद्दी चौकी पर चल रहे महिलाओं के धरना-प्रदर्शन स्थल तक फटकने दिया। पुलिस कंट्रोल रूम से शहर के संवेदनशील स्थलों की निगरानी रखी जा रही थी। लोकल इंटेलीजेंट भी पल-पल की खबर से अधिकारियों को अपडेट दे रहे थे। रद्दी चौकी में फायर ब्रिगेड, टीयर गैस के साथ सुरक्षा उपकरणों से लैस पुलिस बल तैनात किया गया। एएसपी अमृत मीणा को जहां अधारताल क्षेत्र की कमान सौंपी गई। संजीव उईके को रद्दी चौकी में प्रशिक्षु आईपीएस श्रुतिकीर्ति सोमवंशी के साथ कमान दी गई।
संवेदनशील क्षेत्र में मुस्तैद रही पुलिस
पुलिस की ओर से चारों संवेदनशील क्षेत्रों में 64 स्थानों को चिन्हित करते हुए घेराबंदी की रणनीति बनाई गई। आठ अस्थाई पुलिस पिकेट के साथ पूरे क्षेत्र की घेराबंदी की गई थी। एसपी ने सुबह बल को ब्रीफ करते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी हालत में एक स्थान पर आठ से दस लोगों को एकत्र नहीं होने देना है। इसके अलावा मुख्य मार्गों पर भीड़ को फटकने नहीं देना है। दोपहर में एक से तीन बजे का समय सबसे संवेदनशील बताया गया था। पुलिस ने इसके लिए गोहलपुर तिराहे पर और रद्दी चौकी पर बेरीकेटिंग कर बल तैनात किया है। इसी तरह आनंद नगर, कटरा तिराहे, बहोराबाग, घमापुर चौराहे पर बल तैनात किया गया है। रद्दी चौकी में सीएए व एनआरसी के विरोध में शुक्रवार को बड़ी संख्या में महिलाएं दोपहर दो बजे से एकत्र होना शुरू हुई, तो ये क्रम शाम पांच बजे तक चला।