महंगे मोबाइल सस्ते में बेचने की करते हैं डील, ऑनलाइन कम्पनियों की फेक वेबसाइट्स बनाकर ठगी का खेल
वे फेसबुक, वाट्सअप, ट्यूटर व अन्य सोशल मीडिया पर इन वेबसाइट्स पर महंगे मोबाइल सस्ते में बेचने का प्रचार कर लोगों को झांसे में फंसाया। इस तरह की पांच शिकायतें राज्य सायबर पुलिस और क्राइम ब्रांच के पास पहुंची हैं।
जानकारी के अनुसार नवरात्र के समय राज्य सायबर पुलिस के पास पहुंची शिकायत में एक नामी ई-कामर्स साइट्स के नाम से मिलती-जुलती वेबसाइट जालसाजों ने तैयार की। इसमें जालसाजों ने 20 हजार का मोबाइल महज 3999 रुपए में देने का विज्ञापन सोशल साइट्स फेसबुक पर प्रदर्शित किया।
अधारताल निवासी एक युवक ने इसकी बुकिंग कर दी। पेमेंट तुरंत करना था। उसने ऑनलाइन पेमेंट कर दिया। इसके बावजूद उस तक मोबाइल नहीं पहुंचा। इसी तरह अब दिवाली में भी एक दूसरी ई-कामर्स साइट्स के नाम से मिलते-जुलते वेबसाइट्स बनाकर जालसाजों ने लोगों को झांसे में फंसाया। इस बार भी लोगों को झांसे में फंसाने के लिए जालसाजों ने तुरंत भुगतान का ही विकल्प रखा था। 18 हजार का मोबाइल महज 1899 रुपए में देने का झांसा दिया गया था।
जालसाज ये पैतरा अपना रहे हैं
– भुगतान का विकल्प हमेशा ऑनलाइन और तुरंत होता है।
– उनके कमेंट बॉक्स में कोई प्रतिक्रिया नहीं रहती है।
– कैश ऑन डिलेवरी का विकल्प ही नहीं दर्शाते हैं।
– असली और फेक वेबसाइट्स में लोगो तो एक जैसे रखते हैं, लेकिन नाम की स्पेलिंग में अलग होती है।
– यह ऑनलाइन पोर्टल पर अधिक बिकने वाले व शार्टेज प्रोडक्ट को अधिक डिस्काउंट पर बेचते हैं।
जालसाज ठगी के लिए हमेशा ऐसे पैंतरे अपनाते हैं, कि सामने वाला उनके झांसे में आसानी से फंस सके। फर्जी वेबसाइट्स और ई-कामर्स वाले चर्चित कम्पनियों से मिलते-जुलते वेबसाइट्स बनाकर ठगी की दो शिकायतें मिली हैं। इस तरह की ठगी से बचने का सबसे आसान विकल्प है कि आप पेमेंट का विकल्प हमेशा कैश ऑन डिलेवरी ही रखें।
– विपिन ताम्रकार, निरीक्षक, राज्य सायबर पुलिस, जबलपुर जोन