नीति आयोग ने अटल टिंकरिंग लैब की यह चौथी लिस्ट जारी की है, जिसमें पांच स्कूलों का चयन किया गया है। इससे पहले चार स्कूल और चयनित हो चुके हैं। इस तरह अब शहर में कुल नौ स्कूलों में अटल टिंकरिंग लैब खुलेंगी और स्कूली छात्र-छात्राओं को हाईटेक तरीके से काम करने का मौका मिलेगा। इनोवेटिव आइडिया डवलप करना सिक्स्थ क्लास से लेकर ट्वेल्थ तक के स्टूडेंट्स के लिए अपने अभिनव विचारों को साकार रूप देने में यह लैब मदद करेगी।
लैब में अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों जैसे 3डी प्रिंटर, रोबोटिक्स, संवेदी प्रौद्योगिकी किट, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) जैसे चीजें लैब में मौजूद होंगी। हार्डवेयर से लेकर सॉफ्टवेयर तक इक्विपमेंट होंगे। हाईटेक लैब होगी। डॉ. राजेश कुमार चंदेल ने बताया कि इसका फायदा स्टूडेंट्स को मिलेगा, जिससे वे अपने आइडिया को मूर्त रूप दे पाएंगे। लैब में उनके पास हाईटेक इक्विपमेंट्स मौजूद होंगे।
डीपीएस प्रिंसिपल अर्पणा चौबे ने बताया कि लास्ट ईयर उन्हें नीति आयोग द्वारा चयनित कर लिया गया था। लैब जनरेट करने के लिए 20 लाख रुपए सरकार द्वारा सेंशन किए जा रहे हैं। अब तक १२ लाख रुपए की ग्रांट मिल चुकी है। अगले चार साल तक दो-दो लाख रुपए की ग्रांट मिलेगी, ताकि लैब में हाईटेक इक्विपमेंट्स लगा सकें। वर्तमान स्थिति सबसे पहले चयनित स्कूल में लैब बनकर लगभग तैयार है। जनवरी में एनॉग्रेशन होगा। बाकी के तीन स्कूलों को फंड का इंतजार है।
1 लिस्ट- डीपीएस मंडला रोड
2 लिस्ट- एमएलबी स्कूल
3 लिस्ट- रेयान इंटरनेशनल स्कूल , सेंट जेवियर्स शांति नगर
लेस्टेस्ट लिस्ट- सरस्वती शिशु मंदिर गंगानगर गढ़ा, सेंट गेब्रियल स्कूल, ज्ञानगंगा इंटरनेशनल स्कूल, गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल कटंगी, गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल रानी दुर्गावती।
जेवियर स्कूल की प्रिंसपल मामला बैनर्जी के अनुसार लैब के लिए प्रोसेज शुरू हो चुकी है। कागजी काम खत्म होने की स्थिति में है। जैसे ही फंड सेंग्शन होता है, लैब का काम शुरू हो जाएगा।