जिले में भी जनधन खातों में डायरेक्टर बैंक ट्रांसफर (डीबीटी) के जरिए पैसा भेजा जा रहा है। इस राहत योजना के तहत केवल महिला खाताधारकों को अगले तीन महीने तक केंद्र सरकार 5-5 सौ रुपए भेजेगी। यानि तीन महीने में उन्हें 15 सौ रुपए मिलेगा।जिले में लगभग 50 फीसदी खाते महिलाओं के नाम पर हैं। यानि इनके खातों की संख्या करीब सात लाख है। 35 हजार खातों के हिसाब से अब तक 1 करोड़ 75 लाख रुपए से अधिक की राशि सरकार की तरफ से भेजी जा चुकी है। कुछ दिनों के भीतर सभी खाताधारकों का पैसा उनके खातों में आ जाएगा।
सामान्य खातों में बदलाव
ज्ञात हो कि जिले में जब जनधन योजना के तहत खाते खुलवाए गए थे तब इनकी संख्या काफी ज्यादा थी। लेकिन अब यह घट गए हैं। कई लोगों ने इसे सामान्य खाते में परिवर्तित करवा दिया है। क्योंकि जनधन खातों की शर्त थी कि एक महीने में अधिकतम 10 हजार रुपए की निकासी की जा सकती है। इसी प्रकार चार लेनदेन से ज्यादा की अनुमति नहीं रहती। हालांकि अब नियम बन गया है कि जिनके पास जनधन खाता है वह दूसरा खाता नहीं खुलवा सकता है। ऐसे में अब कई खाताधारकों को 5-5 सौ रुपए राहत योजना का लाभ नहीं मिलेगा!
जनधन योजना के टॉप पांच खाताधारी बैंक
बैंक का नाम–खाता संख्या
भारतीय इस्टेट बैंक 348981
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया 177859
पंजाब नेशनल बैंक 155978
इलाहाबाद बैंक 157854
बैंक ऑफ महाराष्ट्र 113964
कभी भी निकाल सकते हैं पैसा
हालांकि इस योजना के तहत आए पैसों को कभी भी निकाला जा सकता है। लेकिन कई खाताधारकों को यह भ्रम है कि यह पैसा समय पर नहीं निकाला गया तो वापिस हो जाएगा। ऐसा सरकार की तरफ से नहीं कहा गया है। उसे जब जरुरत हो तब वह पैसा निकाल सकेंगी।
यह सुविधा भी
सरकार ने महिला खाताधारकों को उनके खाता नम्बर की आखिरी संख्या के आधार पर पैसे निकालने की सुविधा दी है। वहीं 9 अप्रैल के बाद कोई भी किसी भी तारीख को यह राशि निकालकर इस्तेमाल कर सकते हैं।
खाता संख्या का अंतिम अंक–निकासी दिनांक
0 से 1 तीन अप्रैल
2 से 3 चार अप्रैल
4 से 5 सात अप्रैल
6 से 7 आठ अप्रैल
8 से 9 नौ अप्रैल
अभी तक जनधन खातों में करीब 35 हजार पात्र लाभार्थियों के खातों में पैसा आ चुका है। इसे निर्धारित तारीख या बाद में भी निकाला जा सकता है। बैंकों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने के लिए निर्देशित किया गया है।
एसके सिन्हा, एलडीएम