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कम दबाव के कमजोर सिस्टम से टल रही अच्छी बारिश
बीते आठ वर्षों में बारिश अपने सबसे न्यूनतम स्तर पर, जुलाई में सूखे जैसे हालात
27 जून को पूरे प्रदेश में मानसून पहुंचने की घोषणा हुई लेकिन मानसून की द्रोणिका उत्तर भारत की ओर शिफ्ट हो गई है। मौसम विभाग के वैज्ञानिक सहायक डीएस घाटे ने बताया कि बारिश का सिस्टम बना है लेकिन कमजोर होने के कारण ज्यादा देर बारिश नहीं हो पा रही है। जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. मनीष भान ने बताया कि पर्याप्त बारिश नहीं होने के कारण सोयाबीन और धान की फसल को नुकसान हो रहा है।
सोमवार को दस मिमी हुई बारिश
शहर में सोमवार को 10 मिमी बारिश रेकॉर्ड की गई। बादल बिन बरसे ही उड़ रहे हैं। दिन में हल्की धूप निकली और लोग गर्मी और उमस से परेशान रहे। शाम 4 बजे बारिश हुई। अधिकतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री अधिक 35.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह की आद्र्रता 80 और शाम की आद्र्रता 97 प्रतिशत रही।
मंगलवार को सुबह से ही बादल छाए हुए हैं। हवाएं ठंडी चल रही हैं, किंतु उसम बरकरार है। दोपहर तक बारिश होने की संभावना है। वहीं सूरज भी रह रहकर चमक रहा है। मौसम के इस बदलते मिजाज से लोग परेशान हो रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार स्थानीय बादलों से बारिश की उम्मीद बन रही है।