घुघवा जलप्रपात में धार सबसे पतली
घुघवा जलप्रपात में नर्मदा की धार सबसे पतली होने से बड़ी चट्टाने नजर आने लगी हैं। कुछ स्थानों पर नदी की तलहटी भी देखी जा सकती है।
ग्वारीघाट का पाट हुआ संकरा
मानसून की बेरुखी ग्वारीघाट में भी देखी जा सकती है। तट पर नर्मदा का पाट संकरा हो गया है। जलस्तर गर्मी के दिनों के बराबर होने से लोग नीचे तक पहुंच रहे हैं।
तिलवाराघाट में ऐसे नापा जाता है जलस्तर
363 मीटर है जलस्तर बढऩे की बॉर्डर लाइन
368 मीटर पर बाढ़ के हालात
370 मीटर पर डूबने लगता है पुराना पुल
371 मीटर पर अलर्ट जारी कर ऊपरी दुकानों को खाली कराया जाता है
नर्मदा का जल स्तर बढऩा मंडला, डिंडोरी सिवनी और जबलपुर जिले में होने वाली बारिश पर निर्भर करता है। इन जिलों से बारिश का पानी सहायक नदियों और नालों से होकर नर्मदा नदी में मिलता है। चारों जिलों में नहीं होने से नर्मदा के अधिकतर तटों में जल स्तर गर्मी के दिनों जैसा है। अभी तक जल मटमैला भी नहीं हुआ है।
– एबी मिश्रा, पर्यावरणविद्