गार्डन की डिजाइनिंग भी हो मानसून के हिसाब से
घर का गार्डन भी एक्सटीरियर डिजाइनिंग का मुख्य हिस्सा होता है। एंटर होते ही सबसे पहली नजर गार्डन पर ही पड़ती है। पूर्वी श्रीवास्तव ने बताया कि उन्होंने अपने गार्डन को पूरी तरह मानसून फ्रेंडली बनाया है। सारे डेकोरेटिव प्लांट्स से गार्डन सजा हुआ है। इसके साथ ही इसकी सुंदरता को बढ़ाने के लिए डिजाइनर प्लांटर्स का उपयोग किया गया है। अलग- अलग डिजाइन वाले प्लांटर्स गार्डन की और भी खूबसूरत लुक देते हैं। गार्डन की वॉल पर पेंटिंग भी की गई है और यहां पर बैठक व्यवस्था भी पारंपरिक तरीके की है।
एेसे में इस हैप्पी मानसून में होम गार्डन और इंटीरियर हैप्पी-हैप्पी होगा। इंटीरियर डिजाइनस नीरजा कलंत्रे ने बताया कि इस सीजन में वॉल कलर में सबसे ज्यादा ब्राइट कलर्स का यूज किया जाता है। इनमें ग्रीन, ब्लू, रेड सहित अन्य वाइब्रेंट कलर फ्रेशनेस वाली फीलिंग देते हैं।
कर्टन्स हों लाइट कुशन फ्लोरल
इंटीरियर डिजाइनर प्रियंका का कहना है कि चारों ओर ग्रीनरी होती है। बाहर के सुहावने मौसम का लुत्फ घर के अंदर से ही उठाया जा सके तो इसके लिए जरूरी है विंडो या डोर वाले कर्टन्स लाइट कलर और शीर मैटेरियल में हों। यह मैटेरियल सेमी ट्रांसपेरेंट होता है। इस मौसम में कर्टन्स में इसका ही इस्तेमाल किया जा रहा है। कुशन में फ्लोरल प्रिंट वाले कुशन यूज करेंगे और सोफा प्लेन इस्तेमाल करेंगे तो घर का इंटीरियर पूरी तरह से मानसून फ्रेंडली होगा। इससे न केवल रहने वालों को, बल्कि मेहमानों को भी अच्छा फील करवाएगा।
मानसून में रखें ध्यान
इस मौसम से सीलन की स्मेल आती है। एेसे में हल्की खुशबू वाला रूम स्प्रे का इस्तेमाल करें।
घर में हैंगिंग पेंटिंग को ग्लास, ट्रांसपेरेंट प्लास्टिक में कवर करके लगाएं।
घर में सीलन न आए, इसके लिए लिए टरमाइट और पेस्ट कंट्रोल का इस्तेमाल करें।
कपड़ों को सुरक्षित रखने के लिए कपूर और नीम का इस्तेमाल किया जा सकता है।
हर थोड़े दिन में काली, गद्दों में धूप लगाते रहें।
बरसात में घर में ताजी हवा का संचार जरूरी है। एेसे में क्रॉस वेंटिलेशन हो।