दिन में हुई उमस
बादलों के कारण मौसम नम बना रहा। पर्याप्त आद्र्रता के दौरान धूप हुई तो तापमान बढऩे से हल्की उमस हुई। अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 32.8 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 24.5 डिग्री सेल्सियस था। सुबह की आद्र्रता 83 एवं शाम की आद्र्रता 79 प्रतिशत दर्ज की गई। उत्तर पूर्वी हवा की औसत रफ्तार 3 किमी प्रति घंटा दर्ज की गई।
मौसम विभाग के वैज्ञानिक सहायक आरके दत्ता के अनुसार मानसून का कोई तगड़ा सिस्टम नहीं बना है। धरती में नमी और आद्र्रता पर्याप्त होने के कारण धूप होते ही वाष्पीकरण से बादल बन रहे हैं। इसी कारण कहीं-कहीं बारिश हो रही है। राजस्थान में मानसून की वापसी शुरू होने के 15 दिन बाद तक मप्र में मानसून का असर रहता है।