scriptजून में ज्यादा बरसा मानसून, जुलाई में पिछड़ रहा बारिश का आकड़ा | More monsoon rains in June, rainfall figures lagging behind in July | Patrika News

जून में ज्यादा बरसा मानसून, जुलाई में पिछड़ रहा बारिश का आकड़ा

locationजबलपुरPublished: Jul 03, 2020 09:08:16 pm

जबलपुर को तर करने वाली वर्षा का अब भी इंतजार, हवा का रुख और रफ्तार झमाझम बारिश में बनी रोड़ा, ज्यादा देर ठहर नहीं रहे बादल, बूंदाबांदी के बाद बढ़ रही उमस

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More monsoon rains in June, rainfall figures lagging behind in July

जबलपुर. इस साल मानसून के प्रवेश से पहले ही जिले में अच्छी बारिश हुई। इससे वर्ष 2019 के मुकाबले इस साल जून माह में करीब तीन इंच ज्यादा पानी बरसा। लेकिन जुलाई की शुरुआत के साथ बारिश में जिला पिछले वर्ष के अपेक्षाकृत पिछडऩे लगा है। वर्ष 2019 में 2 जुलाई को मूसलाधार बारिश हुई थी। कुछ घंटों में 178.4 मिमी पानी गिरा था। लेकिन इस साल मानसून के प्रवेश के वक्त अच्छी बारिश के बाद बादल रुठ गए। अभी तक मानसूनी सिस्टम सक्रिय होकर किसी भी दिन कुछ घंटे लगातार झमाझम बारिश नहीं हुई है।
हवा की धीमी गति और उसका बार-बार बदल रहा रुख झमाझम बारिश में रोड़ा बन रहा है। मानसून के प्रवेश के पहले से ही शहर में बारिश वाले बादलों की खेप आ रही है। लेकिन हवा का साथ नहीं मिलने से काले घने बादलों की खेप ज्यादा ठहर नहीं रही है। सुबह से उमस-गर्मी होने पर दोपहर तक लोकल सिस्टम के साथ मिलकर मानूसनी बादल कुछ देर बूंदाबांदी कर रहे हैं। उसके बाद काले बादल छंट जाते है। कुछ देर की बूंदाबंादी से फौरी से राहत तो मिल रही है, लेकिन दो-तीन घंटे बाद उमस और चिपचिपी गर्मी बेचैन कर रही है। शुक्रवार को भी सुबह से गर्मी रही। दोपहर को आसमान में काले बादलों से पट गया। बादल ऐसे गरजे कि झमाझम बारिश होगी। लेकिन कुछ देर की गडगड़़ाहट और मामूली बूंदाबांदी के बाद बादल कमजोर पड़ गए। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि हवा की अनियमितता बनी हुई है। इससे शहर में मानसून पूरी तरह सक्रिय नहीं हो पा रहा है। हवा का साथ नहीं मिलने और काले बादलों की बेरुखी से अच्छी बारिश नहीं हो पा रही है। उमस-गर्मी से बेहाल शहर को तर करने वाली बारिश का इंतजार खत्म नहीं हो रहा है।
सुबह-शाम उमस, चिपचिपी गर्मी
शुक्रवार को सुबह बादलों की आवाजाही से उमस बढ़ गई। हल्की धूप खिलने से गर्मी हुई। दोपहर को मौसम बदला। कुछ देर बूंदाबांदी और नमी भरी हवा चलने से राहत रही। लेकिन शहर के अलग-अलग हिस्सों में मामूली बूंदाबांदी के बाद शाम को फिर उसम बढ़ गई। चिपचिपी गर्मी ने परेशान किया। मौसम का मिजाज एक जैसा ही बना रहने से गुरुवार के मुकाबले शुक्रवार को तापमान भी करीब वैसा ही रहा। गुरुवार को अधिकतम तापमान 33.9 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24.8 डिग्री था। जबकि शुक्रवार को मामूली बढ़त के साथ अधिकतम तापमान 34.3 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड किया। यह सामान्य से एक डिग्री ज्यादा बना रहा। न्यूनतम तापमान सामान्य के बराबर 25 डिग्री सेल्सियस था। आद्र्रता सुबह के समय 77 प्रतिशत और शाम को 73 प्रतिशत थीं। दक्षिण पश्चिमी हवा 4 किलोमीटर प्रतिघंटा की औसत गति से चली। बारिश ट्रेस हुई है। मौसम विज्ञान केन्द्र ने शनिवार को सम्भाग में अनेक स्थानों पर वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछार पडऩे की सम्भावना जताई है।
पहले बढ़त के बाद अब पिछड़े
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