तीन की जगह चार प्लेटफॉर्म
मदन महल स्टेशन पर तीन प्लेटफॉर्म हैं। यहां एक और प्लेटफॉर्म बनाया जा रहा है। प्लेटफॉर्म क्रमांक एक की तरफ इसका निर्माण चल रहा है। इटारसी छोर पर नाले की ओर बेस बनाकर प्लेटफॉर्म की लम्बाई बढ़ाई जा रही है। यहां प्लेटफॉर्म तैयार होने में कुछ समय बाकी है। इसके बाद यहां ट्रैक डालने और ओएच लाइन डालने के साथ ही सिग्नल का काम किया जाएगा।
हटेंगें क्वार्टर और आरपीएफ बैरक
नए प्लेटफॉर्म और सर्कुलेटिंग एरिया का विस्तार करने के लिए जल्द ही मदन महल स्टेशन पर बने रेलवे क्वार्टरों को तोडऩे का काम किया जाएगा। इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर भेज दिया गया है। वहां रहने वाले कर्मियों को नए क्वार्टर आवंटित होने के बाद उन्हें तोडऩे की प्रक्रिया की जाएगी। इसके अलावा इसी प्लेटफॉर्म पर बने आरपीएफ के बैरक को भी तोड़ा जाएगा। जिससे प्लेटफॉर्म को लुक प्रदान किया जा सके। नई लाइन को लूप लाइन कहा जाएगा।
बढ़ाई जा रही लंबाई, लगाया गया शेड
प्लेटफॉर्म क्रमांक दो से ट्रेनों का संचालन निर्बाध रूप से हो, इसलिए कटनी और इटारसी छोर पर इसकी लंबाई बढ़ाने का काम शुरू कर दिया गया है। यहां दोनों तरफ फ्लोरिंग कर दी गई है। जिसके बाद इसमें मिट्टी की पुराई की प्रक्रिया शुरू हो गई है। दोनों ओर यह काम किया जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है दो से ढ़ाई माह में यह प्लेटफॉर्म पूरी तरह तैयार हो जाएगा। पहले प्लेटफॉर्म क्रमांक तीन के आधे हिस्से में शेड हुआ करता था। ऐसे में बारिश या गर्मी में यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ती थी। लेकिन रीडेव्लपमेंट के तहत इस पूरे प्लेटफॉर्म पर शेड लगा दिया गया है।
मदन महल स्टेशन का काम तेजी से चल रहा है। नया प्लेटफॉर्म जल्द तैयार हो जाएगा। इसके बाद चार टे्रनों का यहां से एक साथ संचालन हो सकता है। टर्मिनल बिल्डिंग के साथ सर्कुलेटिंग एरिया भी बढ़ाया जा रहा है।
मनोज सिंह, डीआरएम, जबलपुर रेल मंडल