news facts- देवी मंदिरों में हो रहे अनुष्ठान: दर्शन करने वालों का तांता, संस्कारधानी को धर्ममय बना रहे देवी गीत, अंगना पधारो महारानी, मोरी कालका भवानी
ज्वाला ज्योत के दर्शन
मां ज्वाला ज्योत वाहिनी के तत्वावधान में अधारताल चंडीधाम में श्रद्धालुओं ने ज्वाला ज्योत के दर्शन किए। स्वामी पगलानंद ने भगवती की महिमा बताई। सचिव अखिलेश दीक्षित ने बताया, ज्वाला ज्योत वाहन शनिवार शाम शास्त्रीनगर राधा कृष्ण मंदिर पहुंचेगा, जहां आरती होगी। इस मौके पर सर्वेश वत्स, रवि पंडा, दीपक यादव मौजूद थे।
गोंडवाना कालीन है मां काली
सदर स्थित माता काली मंदिर गोंडवाना कालीन है। कुछ वर्षों पहले खम्भ ताल काली मंदिर के समीप तक था। तालाब के बगल में पीपल वृक्ष के पास प्राचीन प्रतिमा थी जहां लोग पूजन अर्चन करते थे। भगवती की कृपा से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी हुई तो वहां मंदिर का निर्माण हुआ। सदर क्षेत्र में कोई भी मांगलिक कार्य होता है तो माता के दरबार में माथा टेककर लोग श्रीगणेश करते हैं।
चित्रगुप्त मंदिर फूटाताल में महाआरती कल
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के तत्वावधान में शनिवार शाम 6 बजे चित्रगुप्त मंदिर फूटाताल में महाआरती की जाएगी। सहेंद्र श्रीवास्तव ने बताया, शाम 4 से 7 बजे तक देवी गीतों की प्रस्तुति की जाएगी।