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mp election 2018 – भाजपा-कांग्रेस दोनों की हालत खराब, नाराज हैं मतदाता, ऐसे सामने आया सच

locationजबलपुरPublished: Sep 16, 2018 01:17:48 pm

Submitted by:

deepak deewan

भाजपा-कांग्रेस दोनों की हालत खराब,

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जबलपुर. पथरीली बंजर जमीन, गहराई तक पानी नहीं। गर्मी के दिनों में लोगों को भीषण जलसंकट का सामना करना पड़ता है। नलकूपों की मशीनें खराब होने से बरसात में भी पानी मिलना मुश्किल हो रहा है। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र सिहोरा मूलभूत सुविधाओं को तरस रहा है। दो साल पहले स्वीकृत होने के बावजूद बटई गांव में सडक़ आज तक नहीं बनी। रोजगार के अवसर नहीं हैं, इसके कारण इसके कारण ज्यादातर लोग मजदूरी पर निर्भर हैं। कमोबेश ऐसी ही स्थिति सिहोरा विधानसभा में कांग्रेस के सलैया बूथ की है। बूथ के अंतर्गत बिरले बसे सलैया व भाडऱी गांव विकास की मुख्य धारा से अलग-थलग नजर आते हैं। पीएम आवास के तहत लोगों को घर मुहैया कराने की दिशा में ज्यादा काम नहीं हुआ।
भाजपा बूथ क्र. : 7
केन्द्र: बटई स्कूल
2013 में भाजपा को मिले मत : 707
कुल पड़े वोट: 1069
बटई व कल्याण गांव में लम्बे समय से हाईस्कूल खोलने की मांग की जा रही है। गांव के बच्चों को पांच किमी दूर खुक्कम व पड़रिया गांव पढऩे जाना पड़ता है। वहां भी शिक्षक नहीं हैं, इसके कारण ठीक ढंग से पढ़ाई नहीं हो पाती। इस बारे में प्रदर्शन भी किए गए। लेकिन, जिम्मेदारों का इस ओर ध्यान नहीं है। क्षेत्र के सुशील बर्मन ने बताया कि नेता केवल चुनाव के वक्त आते हैं। इसके बाद कोई झांकने नहीं आता। अन्य लोगों ने बताया कि क्षेत्र में जलसंकट से निपटने के लिए किसी भी जिम्मेदार ने कोई पहल नहीं की। इसके चलते यह समस्या बढ़ती जा रही है।

विधायक सिहोरा नंदनी मरावी के मुताबिक कुं डम क्षेत्र में तीन जलाशय स्वीकृत कराए हैं। एक का काम पूरा हो चुका है, दो अन्य के बन जाने पर क्षेत्र से जल संकट दूर हो जाएगा। बटई गांव में स्वीकृत सडक़ बारिश के कारण नहीं बन सकी है।

कांग्रेस बूथ क्र. : 54
केन्द्र: शासकीय शाला सलैया
2013 में कांग्रेस को मिले मत: 675
कुल पड़े वोट: 959
ग्राम पंचायत सलैया और पाडऱी के इस बूथ में विकास का सपना अधूरा है। क्षेत्र में गर्मियों में पानी किल्लत बढ़ जाती है। आधे गांव में ही सडक़ बनी हैं। सरपंच गयादीन मरावी ने बताया कि पंचायत स्तर पर जितना काम हो सकता है, वह कराया है। विधायक निधि से एक रुपए भी खर्च नहीं किया गया। सांसद निधि से खेरमाई मंदिर का चबूतरा बना है। उत्तम आर्मो और चूरामल का कहना है कि अच्छी सडक़ और 12वीं तक स्कूल बेहद जरूरी है। सामुदायिक भवन भी चाहिए है। बैशाखू का कहना है कि मनरेगा में कई लोगों को अभी तक भुगतान नहीं मिला।
जिला पंचायत सदस्य जमुना मरावी के मुताबिक – हारने के बाद भी सक्रियता में कमी नहीं रखी। सलैया-पाडरी में लोगों के सुख-दुख में शामिल होती हूं। पंचायत के माध्यम से विकास कार्य कराए हैं। विधायक सक्रिय नहीं रहती हैं।


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