#Changemakers: हकीकत के धरातल पर उतरें वादे, तभी दिखेगा विकास
मतदाताओं ने तैयार किया पनागर विधानसभा क्षेत्र का जन एजेंडा

जबलपुर। मूलत: कृषि पर आधारित और 320 गांवों से घिरे पनागर विधानसभा में चारों ओर एक ही नारा है कि युवा ही क्षेत्र में बदलाव ला सकते हैं। इसके लिए युवाओं को आगे लाया जाएगा ताकि क्षेत्र की तस्वीर बदल सके। जनप्रतिनिधियों का कहना है कि अभी तक हमारा प्रयास यही रहा है लेकिन इस बार हमें मौका मिलेगा तो हम पनागर की तस्वीर बदलकर रख देंगे। पनागर की जनसंख्या में युवा वर्ग भी क्षेत्र का विकास चाह रहा है ताकि उसे दूर-दराज पर आश्रित नहीं रहना पड़े।
लोगों ने तय किए ये मुद्दे
पत्रिका समूह के जन एजेंडा 2018-23 के तहत हर विधानसभा क्षेत्र के लोगों, जन संगठनों और समूहों ने बैठक कर रोडमैप तैयार किया। क्षेत्र के विकास के मुद्दे तय किए।
- पनागर मुख्य मार्ग सहित एनएच 12्र करीब 10 वर्षों से जर्जर है। इस सड़क की हालत सुधारना बहुत जरूरी है। इस सड़क पर भारी ट्रैफिक होने की वजह से यहां जाम की स्थिति हमेशा रहती है। ग्रामीण क्षेत्र में बाजार के दिन ग्रामीणों की मौजूदगी में दुर्घटना का खतरा बना रहता है।
- पनागर मुख्यालय से लगे कई गांवों को जोडऩे वाले मार्गों की हालत बेहद खराब है। लोगों के आवागमन के लिए इसे दुरुस्त करना बहुत जरूरी है।
- सरकारी स्कूलों में बच्चों का रुझान नहीं है। इसकी वजह यह है कि स्कूलों की हालत ठीक नहीं है। स्कूलों में शिक्षकों का अभाव है। बच्चे यहां आना ही नहीं चाहते हैं।
- डेयरी हब बनाने के लिए 10 वर्षों से कवायद की जा रही है, जो आज तक पूरी नहीं हो सकी। इससे परियट नदी और उसके आस-पास के क्षेत्रों में गंदगी फैल रही है।
- बरेला के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों को व्यवस्थित बनाने के लिए एक मास्टर प्लान जरूरी है ताकि क्षेत्र के विकास के साथ-साथ सुविधाएं भी जुड़ सके।
- पमरे मुख्यालय जबलपुर से लगे पनागर रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का ठहराव नहीं है, जबकि यह तहसील क्षेत्र है। यहां लोगों को यात्रा शुरू करने जबलपुर जाना पड़ता है।
- पनागर के सरकारी अस्पताल में समूचित स्वास्थ्य व्यवस्थाएं नहीं है। जनसंख्या बढऩे के साथ यहां अस्पताल को अपग्रेड किया नहीं किया गया है।
- पनागर क्षेत्र में ऐतिहासिक और पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण देवालय हैं, जिनसे लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। इनका रखरखाव बहुत जरूरी है।
- कृषि आधारित उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कई बार घोषणाएं की है, लेकिन इस दिशा में कुछ भी नहीं हो सका। पनागर के कृषक जाते हैं कि उद्योग धंधों को बढ़ावा मिले।
- खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने पनागर क्षेत्र में एक सुविधायुक्त बड़ा स्टेडियम जरूरी है। यहां दो गांव के बीच में एक मैदान हों ताकि खिलाड़ी अभ्यास करके देश का नाम रोशन कर सकें।
एक्सीडेंट पाइंट बनी सड़क
पनागर का मुख्य मार्ग करीब डेढ़ किमी का है। इस मार्ग को वन-वे करने का प्रयास ही चल रहा है लेकिन कुछ नहीं हो सका। इससे मुख्य रोड दुर्घटना प्वाइंट बन गई है। वन-वे करने हमेशा आश्वासन ही दिया गया है लेकिन जनता की समस्या को दूर करने कोई आगे नहीं आया है। हमारी कोशिश यही रहेगी कि सबसे पहले हम जनता की परेशानी दूर करें।
राजेश पटेल, दावेदार कांगे्रस
बन रहा नया स्टेडियम
पनागर में खेल गतिविधियों के लिए नया स्टेडियम का निर्माण किया गया है। खेल प्रतिभाओं को प्रमोट करने का प्रयास किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों तक हमने सरकार की सभी कल्याणकारी योजनाएं पहुंचाई हैं। स्वच्छता अभियान के तहत सभी जगहों पर टॉयलेट आदि का निर्माण हुआ है। हमारी कोशिश भी यही रही कि पनागर को आत्मनिर्भर बना दें ताकि उन्हें आकस्मिक सेवाओं के लिए अन्य विधानसभा पर निर्भर न होना पड़े।
सुशील तिवारी, दावेदार भाजपा
केवल कोरी घोषणाएं
पनागर में एक समस्या हो तो बताएं। यहां पिछले 15 वर्षों में कोई भी कार्य नहीं किया गया है। डेयरी हब, अस्पताल का अपग्रेड, स्कूल-कॉलेज सहित अन्य विकास कार्य नहीं हुए हैं। जनता को गुमराह करके केवल घोषणाएं की गई हैं। यदि हमें मौका मिलता है कि तो हमारी पहली प्राथमिकता ही यही होगी कि लोगों को समस्याएं दूर करें ताकि वे खुशहाली जीवन व्यतीत कर सकें।
सत्यम चौकसे, दावेदार, अन्य
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