इन्होंने अपनाए बागी तेवर
पनागर विधानसभा से टिकट नहीं मिलने से असंतुष्ट पूर्व विधायक नरेन्द्र त्रिपाठी के अलावा पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भारत सिंह यादव, पूर्व जनपद अध्यक्ष रजनी यादव, महिला मोर्चा की पूजा पटेल निर्दलीय रूप में चुनाव लडऩे का मन बना लिया है। सोमवार को भारत सिंह यादव व नरेन्द्र त्रिपाठी ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर नामांकन पत्र भी प्राप्त किया। इसी तरह बरगी से भाजपा विधायक प्रतिभा सिंह और उनकी बहू ज्योति सिंह के बीच का विवाद फिर सुर्खियों में आ गया है। ज्योति सिंह ने सास के विरोध में चुनाव मैदान में उतरने का मन बना लिया है।
तेन्दूखेड़ा में कई कांग्रेस में शामिल
नरसिंहपुर, तेंदूखेड़ा में भाजपा विधायक संजय शर्मा के कांग्रेस में शामिल होने के बाद भाजपा में अभी भी भगदड़ मची हुई है। यहां संजय शर्मा के नेतृत्व मे अनुसूचित जाति मोर्चा, महिला मोर्चा, आई टी सेल, युवा मोर्चा आदि से प्रमुख पदाधिकारी एवं दो सैकड़ा से ज्यादों सदस्यों ने ली सोमवार को कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। बताया गया है कि मंडल महामंत्री चांवरपाठा आसाराम मासाब, अनुसूचित जाति मोर्चा के मंडल अध्यक्ष डा. मेहरबान, पूर्व उप सरपंच राजकुमार जाटव, आई टी सेल संयोजक एवं अनु जाति मोर्चा मंडल उपाध्यक्ष राजा भैया, मंडल महामंत्री मुरलीधर जाटव, अनु जाति जिला संयोजक सोनू जाटव, महिला मोर्चा अनु जाति उपाध्यक्ष मीना जाटव, अनु जाति मोर्चा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष लालसींग जाटव, युवा मोर्चा मंडल उपाध्यक्ष योगेन्द्र (महेश) जाटव, कार्यालय प्रभारी शिवराज जाटव, अनु जा मंडल संयोजक उमेश जाटव, सह संयोजक शेखर चौधरी, वरिष्ठ नेता गोवर्धन हीरापुर, सम्मर सिंह चौधरी महगुआं की महविधालय की छात्रा प्रमुख आशा जाटव, महविधलाय अध्यक्ष लोकेश जाटव, मनीष सेन युवा नेता, वार्ड संयोजक अरविंद जाटव, पूरन जाटव, मनोज जाटव एवं काचर कोना, गंगई, नान्दीया, मह्गुआं, इश्वर पुर, तेंदखेडा आदि गांवों के दो सौ लोगों ने ली कांग्रेस की सदस्यता ।
गोटेगांव में भी विरोध
नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव विधानसभा सीट पर भी पूर्व केबिनेट ऊर्जा मंत्री एनपी प्रजापति को उम्मीदवार बनाए जाने का विरोध शुरू हो गया है। गोटेगांव में सोमवार को किसान कांग्रेश के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र राय सहित अन्य पदाधिकारियों की एक बैठक हुई जिसमें कांग्रेस नेता कमलनाथ को पत्र भेजकर उनकी जगह दूसरा प्रत्याशी घोषित करने की मांग की गई है। पत्र में कहा गया है कि एमपी प्रजापति यहां पिछड़ा वर्ग की श्रेणी में आते हैं, जबकि उनको अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित सीट से टिकट दिया गया है। जिसकी वजह से इस वर्ग के लोगों में असंतोष है।