याचिका में ये आरोप
प्रदेश कांग्रेस कमेटी महासचिव व पूर्व विधायक नरेश सराफ ने याचिका में कहा कि चुनाव के दौरान ईवीएम में गड़बड़ी किए जाने की आशंका है। सागर, सतना, शाजापुर, खंडवा जिलों के कई मतदान केंद्रों से मतगणना केंद्रोंं तक ईवीएम निर्धारित समय के काफी देर बाद पहुंचीं। लिहाजा जिन मतदान केंद्रों में ईवीएम मशीनों में खराबी पाई गई व स्ट्रांग रूम पहुंचने में देरी हुई है, उन सभी शिकायतों की एसआईटी से जांच कराई जानी चाहिए।
आयोग ने दिया ये तर्क
चुनाव आयोग के अधिवक्ता सिद्धार्थ सेठ ने कोर्ट को बताया कि चुनाव से संबंधित सभी शिकायतें निराकृत कर दी गई हैं। साथ ही लापरवाही बरतने के दोषी अधिकारियों-कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। देर से पहुंचने और अलग से मिलने वाली ईवीएम रिजर्व रखी गईं थीं। उन्होंने कहा कि स्ट्रॉंग रूम की सुरक्षा केंद्रीय पैरामिलिट्री सशस्त्र बल के तिहरे सुरक्षा दायरे के घेरे में है। उन्होंने तर्क दिया कि 2 व 4 दिसंबर को कांग्रेस की ओर से की गई शिकायतों का निराकरण कर दिया गया है। इसके बावजूद यह याचिका दायर की गई है। कांग्रेस कमेटी का पक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता ब्रायन डिसिल्वा, समरेश कटारे ने रखा। उल्लेखनीय है इस मामले में मप्र कांग्रेस के एक प्रवक्ता द्वारा भी याचिका लगाई गई थी।