एक एकड़ जमीन पर करीब पांच करोड़ रुपए से निर्माण
विस अध्यक्ष समारोह में मुख्य अतिथि थे। विस अध्यक्ष ने मंत्रोच्चार के बीच प्रयोगशाला का भूमिपूजन किया। जिसका निर्माण एक एकड़ जमीन पर करीब पांच करोड़ रुपए से होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने की। विशिष्ट अतिथि वित्त मंत्री तरुण भनोत, कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया, विधायक संजय यादव, अशोक रोहाणी थे। कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव पल्लवी गोविल, स्वास्थ्य आयुक्त निशांत व्यास, कलेक्टर भरत यादव, खाद्य सुरक्षा अधिकारी देविका सोनवानी, अमरीश दुबे उपस्थित थे।
विस अध्यक्ष ने यह भी कहा..
1- प्रदेश में सिर्फ भोपाल में एक प्रयोगशाला होने के कारण अभी 15-20 दिन जांच में लगते हैं। जब तक रिपोर्ट आती है जिस अधिकारी ने छापा मारा है उसे सेट कर लिया जाता है। बुरा मत मानना सच बोल रहा हूं। बीच का घालमेल बंद करना होगा। जब रिपोर्ट में गड़बड़ी हो जाएगी तो मिलावट पर कार्रवाई क्या होगी?
2- एक मिलावट और साहब… उसमें लगाम हम नेताओं को लगाना होगा। इतनी बड़ी-बड़ी बात फेंक देते है, हमें मालूम है कि जो नहीं हो सकती है। पर जानते है कि ये फेकेंगे तो चुनाव जीत जाएंगे। नजरिए में भी बदलावट की जरूरत है।
3- आज अस्पताल में भर्ती होते है तो जांच में पता चला है कि 15 साल में लडक़े का अटैक आ गया। 20 साल की उम्र में लडक़ी को ब्लड कैंसर हो गया। ये सिर्फ मिलावट की देन है। सब्जी, केला, सब में कैमिकल है। पावडर में मिलावट से चर्म रोग हो रहे हैं। इसे रोकने के लिए कारोबारी संगठन को भी कुछ करना चाहिए।
4- विभाग को हर जिले में 5-10 अतिरिक्त कर्मी संविदा पर भर्ती करके मिलावट की पकड़ा-धकड़ी करना चाहिए। ध्यान रखें ये प्रयोगशाला एक साल में बन जाए। अधिकारियों देखते रहना नहीं तो मिलावट करने वाले इसे भी समय पर बनने नहीं देने की कोशिश करेंगे।
कार्यक्रम में सांसद, मंत्री बोले..
विवेक तन्खा– शासन की कार्रवाई मिलावट और फर्जी सामान बेचने वालों के विरूद्ध है। जो ईमानदारी से कारोबार कर रहे है उन्हें बिल्कुल भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है। वे सही है तो जांच में भी सब सही मिलेगा।
तरुण भनोत– मुनाफे के लिए कुछ बेईमान मिलावट करके सामान बेचते हैं। इन्हें देशद्रोही की संज्ञा देना चाहूंगा। चिंतन होना चाहिए कि खाद्य सामग्री बेचने वालों पर रासुका लगाने की जरूरत क्यों पड़ी? इसे लेकर सभी को जागरूक होना होगा।
लखन घनघोरिया– शहर में हर तीसरा आदमी डायबिटीज से पीडि़त है। ये सब मिलावट के कारण हो रहा है। सरकारी अस्पतालों की हालत भी सभी को पता है। पर अब सारी चीजें बदलेंगी। सुधार होगा। शहर का विकास भी होगा।