यूपी के उम्मीदवार ने दायर की याचिका
उप्र के गोरखपुर निवासी मुकेश कुमार उमर व मुरादाबाद की रीता सिंह ने याचिका दायर की है। इसमें कहा गया है कि मप्र में राज्य लोक सेवा आयोग के जरिए कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्ती की जा रही है। इसके लिए मप्र के निवासियों की अधिकतम आयु 40 वर्ष नियत की गई है। जबकि अन्य राज्यों के उम्मीदवारों के लिए अधिकतम आयु सीमा 28 वर्ष ही है। यह संविधान के अनुच्छेद 14 के तहत वर्णित समानता के मूल अधिकार का हनन है। लिहाजा ये नियम निरस्त किया जाए।
आयु सीमा पर हो सकता है विचार
शुक्रवार को राज्य सरकार की ओर से कोर्ट को बताया गया कि आयु सीमा शिथिल करने पर विचार किया जा सकता है। इस पर याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता ब्रह्मेंद्र पाठक, प्रशांत दुबे, मनीष अंगिरा ने कहा कि 14 फरवरी उक्त परीक्षा के लिए आवेदन की अंतिम तारीख है। एेसे में आयु सीमा से जुड़े आवेदनों पर विचार कब किया जाएगा? सरकार की ओर से इस पर अंतिम तारीख पंद्रह दिन बढ़ाने का अभिवचन दिया गया। मप्र पीएससी की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत सिंह व राज्य सरकार की ओर से महाधिवक्ता पीके कौरव उपस्थित हुए।