पांच माह में पांच बार परीक्षा की तारीख बदले जाने से नाराजगी अधिकारियों ने कुलपति के भोपाल में होने की जानकारी दी, तो आक्रोश और बढ़ गया। सप्ताह के प्रथम कार्यदिवस पर ही कुलपति के कार्यालय में नहीं होने पर आपत्ति जताई। अगले महीने परीक्षा नहीं करा पाने की स्थिति में पीजी डिग्री-डिप्लोमा के छात्र-छात्राओं को जनरल प्रमोशन देने की मांग की। जूडॉ की नाराजगी को भांपते हुए कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक सहित अन्य अधिकारी कार्यालय के मुख्य द्वार पर ताला लगाकर अंदर ही रहे। बाद में कुलसचिव ने बमुश्किल बाहर आकर उनका शिकायती पत्र लिया।
छात्रों का कॅरियर दांव पर लगा
एनएससीबीएमसी जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज सिंह, उपाध्यक्ष प्रदीप पटेल व अंशुल चावला, सचिव मयूर कबाडे का आरोप है कि इस साल मार्च से जुलाई के बीच विवि छह बार एमडी-एमएस की परीक्षा कराने की घोषणा की गई, लेकिन हर बार परीक्षा तिथि ऐन वक्तपर आगे बढ़ा दी जाती है। इससे छात्र-छात्राओं का कैरियर दांव पर लग रहा है। पाठ्यक्रम अवधि पूरी होने के बाद भी वे प्रैक्टिस नहीं कर पा रहे। आगे की पढ़ाई के अवसर से भी वंचित है।