अब आयोग से आएंगी अतिरिक्त सील
मतदान केंद्र बढ़े तो कम पड़ीं ‘घूमते तीर’ वाली सील
जिले में 25 जून से पंचायत चुनाव का आगाज हो रहा है। पहले चरण का मतदान इसी दिन होगा। इसके लिए पहले ही इंतजाम कर दिया गया है लेकिन कुछ सामग्री कम पड़ रही है। उसकी आपूर्ति आयोग से की जा रही है। बताया जाता है कि आयोग से भी इस संबंध में पत्र जारी हुआ है कि किस जिले को कितनी अतिरिक्त मतदान सामग्री की जरुरत होगी। इसलिए जबलपुर से निर्वाचन कार्यालय से स्टाफ भेजा जा रहा है।
17 सौ से ज्यादा सील
बताया जाता है कि पंचायत चुनाव के लिए जिले में धूमते तीर वाली 17 सौ से ज्यादा सील हैं। लेकिन अतिरिक्त मतदान केंद्र बढऩे से अब 12 सौ सील की और जरूरत पड़ेगी। ज्ञात हो कि जिले में एक हजार 472 मतदान केंद्र हैं। प्रत्येक चरण में हर मतदान केंद्र में अब चार सील की जरुरत पड़ेगी। क्योंकि दिसंबर माह में जब चुनाव कार्यक्रम जारी हुआ था, उसमें दो पदों पर ईवीएम और दो पर मतपत्रों से मतदान होना था। उस हिसाब से सामग्री का इंतजाम किया गया है। लेकिन अब पंच, सरपंच, जनपद सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के प्रत्याशियों का चुनाव मतपत्र से किया जाना है। जिले में पहले 516 पंचायतें थी लेकिन बाद में 11 पंचायतें जुड़ गई थीं। जिला पंचायत ने जनसंख्या व अलग-अलग आधार पर पंचायतों का परिसीमन किया था। इसमें पाटन व मझौली में पंचायतें जोड़ी गई हैं। ऐसे में इनकी संख्या बढकऱ 527 हो गई थी। इसलिए मतदान केंद्र भी बढ़े थे।