scriptMP पुलिस सीखेगी गिरफ्तारी के कानून का पाठ, हाईकोर्ट ने दिए निर्देश | MP police will learn the lesson of the law of arrest, High Court | Patrika News

MP पुलिस सीखेगी गिरफ्तारी के कानून का पाठ, हाईकोर्ट ने दिए निर्देश

locationजबलपुरPublished: May 24, 2021 03:00:38 pm

Submitted by:

Lalit kostha

राज्य न्यायिक अकादमी 25 मई से 1 जून तक ऑनलाइन देगी प्रशिक्षण
कोरोना काल में 7 हजार बंदी पैरोल पर छूटे तो 8 हजार नए बंदी पहुंच गए जेल

MP police

MP police

राहुल मिश्रा@ जबलपुर. राज्य में कोरोना संक्रमण की परिस्थितियों को देखते हुए मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने बीते दिनों बंदियों को पैरोल पर रिहा करने के निर्देश दिए। इस निर्देश के पालन में 7000 बंदी प्रदेश की जेलों से रिहा किए गए। लेकिन, हैरानी वाली बात यह है कि इस दौरान पुलिस ने 8000 नए बंदियों को गिरफ्तार कर जेलों में पहुंचा दिया। इस अव्यवस्था को देखते हुए मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के निर्देश पर राज्य न्यायिक अकादमी अब पुलिस को भी गिरफ्तारी से सम्बंधित प्रशिक्षण देगी। 25 मई से 1 जून तक ऑनलाइन प्रशिक्षण के जरिए पुलिस अधिकारियों को गिरफ्तारी से संबंधित कानूनों की जानकारी दी जाएगी।
हाईकोर्ट ने दिए निर्देश: मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने जेलों में निरूद्ध बंदियों की संख्या को देखते हुए कोरोना संक्रमण और फैलने की आशंका के चलते स्वत संज्ञान लेकर याचिका दायर की है। इस याचिका की सुनवाई करते हुए बीते दिनों चीफ जस्टिस मोहम्मद रफीक की अध्यक्षता वाली डिवीजन बेंच ने लोगों की गिरफ्तारी को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन न किए जाने को गंभीरता से लिया। गत 17 मई को हाईकोर्ट ने राज्य न्यायिक अकादमी को निर्देश दिए कि गिरफ्तारी के संबंध में पुलिस व मजिस्ट्रेटों को जागरूक किया जाए। ऑनलाइन वर्चुअल जागरूकता शिविर आयोजित कर उन्हें गिरफ्तारी से संबंधित दिशा निर्देशों कानूनों व प्रक्रिया की जानकारी प्रदान की जाए।

arrest_6.jpg

आवश्यक होने पर कारण लिखकर हो गिरफ्तारी: सर्वोच्च न्यायालय ने 2014 में अर्नेश कुमार के मामले में नागरिकों की गिरफ्तारी को लेकर दिशा निर्देश जारी किए थे। कोर्ट ने कहा था कि 7 वर्ष से कम सजा वाले अपराधों में आरोपियों की गिरफ्तारी करते समय पुलिस को संवेदनशीलता बरतनी चाहिए। बहुत आवश्यक होने पर ही आरोपी को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। ऐसी दशा में भी पुलिस अधिकारी को गिरफ्तार करने का कारण लिखना चाहिए। देखा गया है कि संवेदनशीलता के अभाव में पुलिस सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देशों का पूरी तरह पालन नहीं करती है।

एसपी स्तर के अधिकारियों को प्रशिक्षण
अकादमी से प्राप्त जानकारी के अनुसार 25 मई से 1 जून के बीच 11 विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रमों की श्रंखला का आयोजन किया जाएगा। 50 जिलों 5 समूहों में बांटकर प्रत्येक समूह के लिए 22 कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। न्यायिक मजिस्ट्रेट व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों के लिए कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित होंगे। पहला कार्यक्रम 25 मई को आयोजित होगा। जिसे अकादमी के चेयरमैन व उच्च न्यायालय के प्रशासनिक न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव संबोधित करेंगे।


गिरफ्तारी अपराध के अन्वेषण से जुड़ी कार्यवाही है। इसका आशय दंड से नहीं लेना चाहिए। न्यायालयीन प्रक्रिया के बाद अदालत अपराधी को दंड देती है। इसलिए किसी भी व्यक्ति की गिरफ्तारी के पूर्व सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देशों का पालन किया जाना आवश्यक है। पुलिस अधिकारियों व मजिस्ट्रेटों के लिए हाईकोर्ट के निर्देश पर यह प्रशिक्षण व जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
रामकुमार चौबे, डायरेक्टर, मध्य प्रदेश राज्य न्यायिक अकादमी

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो