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रिकार्ड तोडऩे के करीब पहुंची प्रदेश की सर्दी, मौसम विभाग की चेतावनी

locationजबलपुरPublished: Feb 19, 2019 10:44:49 am

Submitted by:

Lalit kostha

रिकार्ड तोडऩे के करीब पहुंची प्रदेश की सर्दी, मौसम विभाग की चेतावनी

weather alert in madhya pradesh

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जबलपुर। इस साल सीजन में कड़ाके की सर्दी ने चार साल का रेकॉर्ड तोड़ दिया। वहीं सर्दी के दिन ज्यादा होने का रेकॉर्ड भी टूट सकता है। इस बार सर्दी एक सप्ताह देर से आई। इसके बावजूद 93 दिन तक सर्दी बनी हुई है। मौसम विज्ञानियों का पूर्वानुमान है कि सर्दी का सीजन लम्बा हो गया है। 110 से अधिक दिन तक सर्दी पड़ सकती है।

news facts-

आठ साल में पहली बार ज्यादा सर्द रहा मौसम का मिजाज
पूरी फरवरी ठंड पडऩे की संभावना
इस बार अब तक 93 दिन रही सर्दी, 110 से ज्यादा हुआ तो टूटेगा रेकॉर्ड

बादल और बारिश का मौसम सर्दी की मियाद बढ़ा रहा है। कई वर्षों बाद तीन बार शीतलहर के कारण कंपकंपी और गलन का सामना करना पड़ा। 29 दिसम्बर को न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री लुढक़ा और सर्दी ने बीते चार वर्षों का रेकॉर्ड तोड़ दिया। मौसम विभाग जबलपुर के अनुसार आठ वर्षों में सर्दी का सीजन 100 दिन का नहीं हुआ था। इस बार सर्दी की शुरूआत 8 नवम्बर को गई और फरवरी में भी सर्दी है। सामान्य तौर पर आधी फरवरी तक ही सर्दी का सीजन रहता था। इस सीजन में फिर पश्चिमी विक्षोभ प्रभावी हुआ है। मप्र के विभिन्न क्षेत्रों में 20-21 फरवरी को बारिश का पूर्वानुमानहै।

सेहत पर भारी मौसम-
मेडिकल कॉलेज के डॉ. प्रशांत पुणेकर के अनुसार कभी तेज धूप और कभी सर्द मौसम के कारण लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। एक दिन में ही पारे में 4-5 डिग्री तक उतार-चढ़ाव से लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो गई है। वायरल, फेफड़े और गले में इंफेक्शन, ब्लड पे्रशर, डायबिटीज के साथ आर्थराइटिस के मरीजों की तकलीफ बढ़ रही है।

छाए रहे बादल, सामान्य से दो डिग्री नीचे रहा पारा
पश्चिमी विक्षोभ के कारण सोमवार को हवा की दिशा बदल गई। आसमान पर बादल छाए और सर्दी का अहसास भी हुआ। दिन और रात का तापमान सामान्य से दो डिग्री कम था। मौसम विभाग के वैज्ञानिक सहायक आरके दत्ता के अनुसार हवा की दिशा उत्तरी से बदलकर पूर्वी हो गई है। सोमवार को हवा की औसत रफ्तार दो किमी प्रति घंटा थी। अधिकतम तापमान 27.2 और न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस था। सम्भाग के जिलो में बादल छाए रहने और कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बारिश होने का पूर्वानुमान है।

सीजन में बार-बार पश्चिमी विक्षोभ आया और हर बार प्रभावी रहा। इस कारण बारिश और बादल के मौसम में सर्दी बनी रही। पश्चिमी विक्षोभ के कारण हवा की दिशा बदल जाती है। उत्तर भारत में बर्फबारी के साथ मध्य भारत में बारिश होती है। पोलर वर्टेक्स के कारण अमेरिका और कनाडा में सर्दी ने रेकॉर्ड तोड़ दिया। इस धु्रवीय चक्रवात के कारण सर्द हवाएं आ रही हैं। इसे जलवायु परिवर्तन का संकेत माना जा सकता है।
– डॉ. वेद प्रकाश सिंह, वैज्ञानिक, मौसम विभाग, रडार प्रमुख भोपाल

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